● उपायुक्त की अध्यक्षता में मास ड्रग एसोसिएसन (MDA 2025) एवं राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम (NLEP) के संबंध में आयोजित की गई बैठक
● MDA प्लान 2025 के तहत 10 फरवरी 2025 से 25 फरवरी 2025 तक MDA कार्यक्रम का किया जायेगा आयोजन
● 10 फरवरी से शुरू होने वाले एमडीए कार्यक्रम में सभी विभागों की सहभागिता जरूरी- उपायुक्त
● स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान 2025 कार्यक्रम को लेकर की गई बैठक
● 30 जनवरी 2025 से 13 फरवरी 2025 तक स्पर्श कुष्ठ जागरूकता पखवाड़ा का किया जाएगा आयोजन
स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत उपायुक्त शेखर जमुआर की अध्यक्षता में समाहरणालय के सभाकक्ष में बैठक आहूत की गई। फाइलेरिया से रोकथाम के लिए एमडीए राउंड को लेकर जिला समन्वय समिति बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार, जिला भीबीडी पदाधिकारी डॉ. पुष्पा सहगल और जिला भीबीडी कंसल्टेंट अरविंद द्विवेदी ने फाइलेरिया की जानकारी देते हुए बताया कि 10 फरवरी 2025 से 25 फरवरी 2025 तक चलाए जाने वाले एमडीए कार्यक्रम में फाइलेरिया उन्मूलन हेतु जनजागरूकता अभियान चलाया जायेगा एवं एलबेंडाजोल और डीईसी दवाओं का वितरण भी किया जायेगा। उन्होंने बताया कि एलबेंडाजोल और डीईसी दवाओं के सेवन से फाइलेरिया जैसे बीमारी का रोकथाम संभव है। वर्ष 2025 में 1374341 जनसंख्या को दवा खिलाने का लक्ष्य सुनिश्चित किया गया है। 2 साल से छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अत्यंत बीमार व्यक्ति को इस दवा का सेवन नहीं करने की बात कही गई। फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत चलाए जाने वाले इस अभियान को बैठक में उपस्थित सभी संबंधित विभाग यथा- शिक्षा, सूचना एवं जनसंपर्क, जेएसएलपीएस, स्वास्थ्य, पंचायती राज, पेयजल एवं स्वच्छता अंतर्गत सभी प्रखंडों के एमओआईसी और बीपीएम के समन्वय से जनजागरुकता अभियान में सहयोग करने हेतु निदेशित किया गया। उपायुक्त ने कहा कि सभी विभाग को फाइलेरिया जैसी बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए एक प्लेटफॉर्म पर आकर काम करना होगा। एमडीए राउंड को सफल बनाने के लिए सभी संबंधित विभागों के पदाधिकारियों कों जागरूकता कार्यक्रम अवश्य संचालित करने हेतु निदेशित किया गया। डीपीएम, जेएसएलपीएस को महिला विंग द्वारा जागरूकता कार्यक्रम चलाने हेतु निदेशित किया गया। वहीं फाइलेरिया कार्यक्रम के लिए सहयोगी संस्था पिरामल फाउंडेशन को सभी संबंधित विभागों तक आईईसी सामग्री उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया। पिरामल फाउंडेशन के प्रोग्राम मैनेजर कमल मिश्रा ने पंचायत और कम्युनिटी के साथ मिलकर इस अभियान को सफल बनाने की बात कही। सभी विभागों द्वारा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने एवं दवा वितरण में सहयोग करने की बात कही गई।
तत्पश्चात जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम की बैठक भी आयोजित की गई। बैठक के दौरान सिविल सर्जन गढ़वा डॉक्टर अशोक कुमार के द्वारा उपस्थित सदस्यों को स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान 2025 के बारे में बताया गया। साथ ही मौके पर उपस्थित जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉक्टर कौशल सहगल द्वारा कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत किए गए विभिन्न गतिविधियों, प्राप्त किए गए उपलब्धियों एवं आगामी किए जाने वाले विभिन्न जागरूकता अभियानों के बारे में बताया गया। इस संबंध में उपायुक्त, श्री जमुआर ने कहा कि कुष्ठ रोग के बारे में लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। उन्हे यह बताने की जरूरत है कि कुष्ठ रोग भी अन्य रोग की तरह बैक्टीरिया से होने वाला रोग है, जिसके इलाज के बाद यह पूरी तरह से ठीक हो सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में कुष्ठ रोग के प्रति लोगों की गलत धारणाएं हैं, जिसे खत्म करने की जरूरत है। समाज में जागरूकता लाने के उद्देश्य से ही 30 जनवरी से 13 फरवरी तक कुष्ठ जागरूकता पखवाड़ा का आयोजन किया जायेगा। गांव में ग्रामसभा कर जन प्रतिनिधियों के द्वारा कुष्ठ रोग से संबंधित संदेश पढ़कर लोगों को बताया जाएगा। इस दौरान कुष्ठ रोगी की भी पहचान की जायेगी एवं इलाज भी किया जायेगा।
बैठक में सिविल सर्जन डॉक्टर अशोक कुमार, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉक्टर कौशल सहगल, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, कार्यक्रम प्रबंधन इकाई, जिला कुष्ठ परामर्शी डॉ. भारत भूषण, फिजियोथैरेपिस्ट अभिषेक सिंह, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, जेएसएलपीएस, पिरामल फाउंडेशन, गोपीनाथ सिंह महिला कॉलेज की प्रोफेसर समेत सभी संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थें।