10 दिसंबर 2025 को इंडिगो ने आखिरकार माफी मांग ली। 3-5 दिसंबर के उस भयानक बवाल में जब क्रू शॉर्टेज की वजह से सैकड़ों फ्लाइट्स रद्द हुईं और हजारों यात्री घंटों एयरपोर्ट पर फंसे रहे, कंपनी ने ऐलान किया—“जिन्हें ‘गंभीर रूप से प्रभावित’ किया गया, उन्हें 10,000 रुपये का ट्रैवल वाउचर मिलेगा।” लेकिन सवाल वही—“गंभीर रूप से प्रभावित” किसे कहेंगे? 12 घंटे फंसे वाले को या जिनकी फ्लाइट 3 बार कैंसिल हुई? इंडिगो ने अभी तक कोई लिस्ट नहीं दी। सिर्फ इतना कहा—“वाउचर 12 महीने तक किसी भी इंडिगो फ्लाइट में यूज कर सकते हैं।” साथ ही रद्द फ्लाइट्स का रिफंड भी दे रहे हैं, जैसा DGCA ने कहा था।

दूसरी तरफ सरकार ने सख्ती दिखाई। सिविल एविएशन मिनिस्टर किंजरापु राममोहन नायडू ने इंडिगो का विंटर शेड्यूल 10% काट दिया और चेतावनी दी—“सेफ्टी में कोई समझौता नहीं। ये बाकी एयरलाइंस के लिए भी सबक है।” इंडिगो ने सफाई दी—“पिछले 4 दिन से नॉर्मल ऑपरेशन है, 1900+ फ्लाइट्स रोज चल रही हैं, OTP टॉप लेवल पर वापस आ गया।” लेकिन यात्री अभी भी गुस्से में हैं। एक यात्री ने ट्वीट किया—“10,000 का वाउचर? उस रात एयरपोर्ट पर जो मानसिक तनाव हुआ, उसकी कीमत क्या है?”
अब सवाल ये है—इंडिगो उन “गंभीर रूप से प्रभावित” यात्रियों को कैसे ढूंढेगी? क्या ऑटोमैटिक मेल जाएगा या फिर शिकायत करनी पड़ेगी? कंपनी चुप है। यात्रियों का गुस्सा ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा।









