10 अगस्त 2025 को रामगढ़, झारखंड के कांग्रेस इंटक (भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस) के नेताओं ने दिल्ली में भारत सरकार के कोयला मंत्री अशुतोष चौबे से मुलाकात की, जिसमें सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) की कोयला खदानों से संबंधित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कांग्रेस बरका सयाल के कार्यकारी अध्यक्ष और इंटक के प्रदेश सचिव शिवशंकर पाण्डेय ने किया, जिसमें मनोज कर माली, किशुन नायक, सूरज करमाली, और अन्य नेता शामिल थे। नेताओं ने कोयला मजदूरों के हितों से जुड़े अहम मुद्दों जैसे मेडिकल अनफिट कर्मचारियों की बहाली, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) से संबंधित नियुक्तियों पर रोक, और जीवन धारा परियोजना को जल्द शुरू करने की मांग को प्रमुखता से उठाया। यह मुलाकात मजदूरों की समस्याओं को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने का एक महत्वपूर्ण कदम था।
बैठक में आरा परियोजना के तहत जमीन अधिग्रहण से संबंधित मुद्दों पर भी विशेष ध्यान दिया गया। नेताओं ने बताया कि कंपनी द्वारा जमीन अधिग्रहण तो किया जा रहा है, लेकिन परियोजना का निष्पादन नहीं हो रहा, जिससे स्थानीय समुदाय और मजदूरों को परेशानी हो रही है। इंटक नेताओं ने कोयला मंत्री से इस मामले में त्वरित कार्रवाई और परियोजना को गति देने की मांग की। इसके अलावा, कोयला खदानों में कार्यरत मजदूरों के अन्य मुद्दों, जैसे कार्यस्थल पर सुरक्षा, वेतन, और कल्याणकारी योजनाओं पर भी विस्तृत चर्चा हुई। यह मुलाकात मजदूरों के अधिकारों और उनके कल्याण के लिए इंटक की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो कोयला उद्योग में श्रमिकों की बेहतरी के लिए लगातार संघर्षरत है।

यह मुलाकात रामगढ़ के कोयला मजदूरों की समस्याओं को केंद्र सरकार के समक्ष लाने और उनके समाधान की दिशा में एक सकारात्मक कदम थी। शिवशंकर पाण्डेय के नेतृत्व में इंटक नेताओं ने कोयला मंत्री से इन मुद्दों पर तत्काल कार्रवाई का आग्रह किया, ताकि सीसीएल की खदानों में कार्यरत मजदूरों को उनका हक मिल सके। यह प्रयास न केवल मजदूरों के लिए न्याय की मांग को मजबूत करता है, बल्कि झारखंड के कोयला क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों के कल्याण और विकास के लिए इंटक की सक्रिय भूमिका को भी उजागर करता है।
रिपोर्टर: कुमार मिश्रा