जमशेदपुर के परसुडीह थाना क्षेत्र के नामोटोला में एक दिल दहलाने वाली घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। 38 वर्षीय साहेब मुखर्जी ने अपनी 34 वर्षीय पत्नी शिल्पी मुखर्जी की बेरहमी से हत्या कर दी और फिर सुंदरनगर के नांदुप रेलवे ट्रैक पर ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। यह घटना बुधवार देर रात की है, जब साहेब ने पहले शिल्पी का गला घोंटा, फिर लोहे के खलबट्टे से उसका सिर कूच दिया और चाकू से कई वार किए। गुरुवार सुबह मकान मालकिन ने शिल्पी का खून से सना अर्द्धनग्न शव कमरे में देखा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके से शिल्पी का शव और साहेब का क्षत-विक्षत शव रेलवे ट्रैक से बरामद किया, जिसे पोस्टमॉर्टम के लिए एमजीएम अस्पताल भेजा गया।
साहेब मुखर्जी ने अपनी आत्महत्या से पहले अपने व्हाट्सऐप स्टेटस पर हत्या का कारण स्पष्ट किया, जो बेहद मार्मिक और चौंकाने वाला है। उसने लिखा कि शिल्पी ने उसे धोखा दिया था और उसकी यह तीसरी शादी थी, जो उसे बाद में पता चला। साहेब ने बताया कि वह रात 10:45 बजे ड्यूटी के लिए निकला, लेकिन तबीयत खराब होने के कारण घर लौट आया। वहां उसने शिल्पी को अपने सहकर्मी विवेक के साथ आपत्तिजनक हालत में वीडियो कॉल पर बात करते देखा। साहेब ने दावा किया कि शिल्पी के भाई और मां ने उसे इस बारे में चुप रहने की धमकी दी थी। अपने स्टेटस में उसने लिखा, “अगर पत्नी किसी और से ऐसी हालत में बात करे, तो जीने से बेहतर है मर जाना। लेकिन मैं अकेले क्यों मरूं? इसलिए मैंने सजा दे दी।”
पुलिस ने साहेब के मोबाइल से व्हाट्सऐप स्टेटस और एक सुसाइड नोट बरामद किया, जिसमें उसने अपनी पत्नी की बेवफाई का आरोप लगाया। परसुडीह पुलिस स्टेशन के प्रभारी अविनाश कुमार ने बताया कि साहेब ने शिल्पी को गला घोंटकर और सिर पर भारी वस्तु से वार कर मार डाला। साहेब तुरामडीह की एक ठेका कंपनी में काम करता था, जबकि शिल्पी पोटका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नर्स थी। दोनों की शादी 2021 में हुई थी और उनके कोई बच्चे नहीं थे। इस घटना ने स्थानीय समुदाय में सदमे की लहर दौड़ा दी है, और शिल्पी की मां और भाई सुमित भी मौके पर पहुंचकर शव देखकर टूट गए। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है, जिसमें सुसाइड नोट और व्हाट्सऐप स्टेटस की सत्यता की पड़ताल की जा रही है।