झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) द्वारा आयोजित सीजीएल परीक्षा में पेपर लीक से जुड़े एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। झारखंड सीआईडी की विशेष जांच टीम (SIT) ने कार्रवाई करते हुए 5 इंडियन रिजर्व बटालियन (IRB) जवानों सहित 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी पर परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र देने का लालच देकर ठगी करने का आरोप है। सीआईडी की जांच में यह भी सामने आया कि इस गिरोह ने कुछ उम्मीदवारों को नेपाल ले जाकर प्रश्न पत्र देने की पेशकश की थी। हालांकि, अभी तक पेपर लीक का कोई ठोस तकनीकी या भौतिक साक्ष्य नहीं मिला है, लेकिन गिरोह की गतिविधियों ने परीक्षा की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सीआईडी की SIT एक पुराने पेपर लीक मामले की जांच के दौरान इस गिरोह तक पहुंची। प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों में IRB-8 (गोड्डा) के 5 आरक्षी – कुन्दन कुमार, रोबिन कुमार, अखिलेश कुमार, गौरव कुमार और अभिलाष कुमार, असम राइफल्स का जवान राम निवास राय, रामगढ़ का होमगार्ड निवास कुमार राय और राम निवास का भतीजा कविराज शामिल हैं। जांच में पता चला कि यह गिरोह 21 और 22 सितंबर 2024 को आयोजित JSSC सीजीएल परीक्षा से पहले अभ्यर्थियों से पैसे वसूल रहा था। इस ठगी की वजह से पेपर लीक की अफवाहें फैलीं, जिसके बाद “कंपीटिटिव एग्जाम प्रिवेंशन एंड रिड्रेसल ऑफ अनफेयर मीन्स इन रिक्रूटमेंट एक्ट 2003” के तहत कार्रवाई शुरू हुई।
अब SIT इस गिरोह के मास्टरमाइंड की तलाश में जुटी है, जो उत्तर प्रदेश के गोरखपुर का रहने वाला बताया जा रहा है। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि गिरोह ने कई परीक्षार्थियों से पैसे ऐंठे, लेकिन वादे के मुताबिक प्रश्न पत्र नहीं दिए। पुलिस अब पूरे नेटवर्क को उजागर करने और सरगना को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। इस मामले ने झारखंड में प्रतियोगी परीक्षाओं की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल उठाए हैं। सीआईडी का कहना है कि जांच पूरी होने तक सभी पहलुओं की गहन पड़ताल की जाएगी ताकि दोषियों को सजा मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।