भाजपा विधायक आलोक चौरसिया ने झारखंड विधानसभा में वन भूमि लूट और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि डाल्टनगंज में कांग्रेस के एक नेता श्री कृष्णा संस्था के नाम पर वन भूमि का बंदरबांट कर रहे हैं। जब भाजपा विधायक नवीन जायसवाल ने उस नेता का नाम पूछा, तो चौरसिया ने स्पष्ट किया कि यह वही नेता हैं जिन्हें उन्होंने तीन बार हराया है। चौरसिया ने भू राजस्व एवं निबंधन विभाग की अनुदान मांग के खिलाफ कटौती प्रस्ताव पर बोलते हुए कहा कि झारखंड में भू राजस्व विभाग सबसे अधिक भ्रष्ट है, जहां बिना रिश्वत के कोई काम नहीं होता।
चौरसिया ने अंचल कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर भी सवाल उठाए और कहा कि अधिकारी और कर्मचारी मिलकर जनता को लूट रहे हैं। उन्होंने पथ निर्माण और खान विभाग में भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। चौरसिया ने कहा कि अधिकारी खुलेआम रिश्वत मांगते हैं और यह कहते हैं कि उन्होंने ऊपर तक पैसा पहुंचाया है, इसलिए नीचे से भी लेना होगा। उन्होंने राज्य में बढ़ते अपराध और भ्रष्टाचार पर गंभीर चिंता व्यक्त की और सरकार से जनता की भलाई के लिए काम करने की अपील की।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को जनता के हित में काम करना चाहिए और अपनी निजी आवश्यकताओं को प्राथमिकता नहीं देनी चाहिए। चौरसिया के इन आरोपों ने सदन में हलचल मचा दी और राज्य में भ्रष्टाचार और अपराध के मुद्दों पर चर्चा को और तेज कर दिया।