रामगढ़ जिले में झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) की खतियानी पदयात्रा का भव्य स्वागत किया गया, जिससे पूरे क्षेत्र में सामाजिक और राजनीतिक जागरूकता की लहर दौड़ गई। यह ऐतिहासिक यात्रा 15 मई 2025 को उपराजधानी दुमका से शुरू होकर 5 जून 2025 को राजधानी रांची राजभवन तक पहुंचेगी, जहाँ एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा। इस आंदोलन का नेतृत्व पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष अमित मंडल और उनके सहयोगियों ने किया, जो झारखंड की स्थानीय नीति, नियोजन नीति और विस्थापन नीति को 1932 के सर्वे सेटलमेंट के आधार पर लागू करने की माँग कर रहे हैं। पदयात्रा के रामगढ़ जिले में प्रवेश पर जेएलकेएम के सदस्यों ने पदयात्रियों का गर्मजोशी से स्वागत किया।
इस पदयात्रा का उद्देश्य झारखंड के युवाओं और आदिवासी समुदाय के अधिकारों को सुरक्षित करना है। इसमें 100% जाति आधारित आरक्षण लागू करने की माँग की गई, ताकि राज्य के C और D ग्रेड की नौकरियों में 100% झारखंडियों को रोजगार मिले। इसके साथ ही, आदिवासियों के कानून अधिकारों को संविधान के अनुच्छेद 5 और 6 में शामिल करने का मुद्दा भी उठाया गया। पदयात्रा में पार्टी के विभिन्न पदाधिकारियों जैसे पवन महतो, संतोष चौधरी, सुधीर अकेला, प्रदेश मीडिया प्रभारी रमेश कुमार महतो, देवानंद महतो, शिव नंदन मुंडा समेत सैकड़ों लोगों की भागीदारी रही। यात्रा के दौरान लोगों में जोश और उत्साह देखने को मिला, जिससे आंदोलन को और अधिक ऊर्जा प्राप्त हुई।
जेएलकेएम की खतियानी पदयात्रा एक सामाजिक क्रांति का स्वरूप ले चुकी है, जो झारखंड के मूल निवासियों की पहचान और अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष कर रही है। यह पदयात्रा सिर्फ एक आंदोलन नहीं, बल्कि झारखंडियों के हक की आवाज़ है, जो सरकार से अपने अधिकारों को मान्यता देने की माँग कर रहे हैं। 5 जून को राजभवन रांची के समक्ष होने वाले धरना प्रदर्शन में पार्टी सुप्रीमो एवं डूमरी विधायक टाइगर जयराम महतो भी उपस्थित रहेंगे।
-रिपोर्ट: कुमार मिश्रा










