मांडू प्रखंड के कुजू पूर्वी पंचायत भवन के प्रांगण में 10 जून 2025 को बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत मनरेगा द्वारा आयोजित आम उत्सव-सह-बागबानी मेले का शुभारंभ हुआ। इस मेले में मांडू विधायक तिवारी महतो मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, जबकि प्रखंड विकास पदाधिकारी ऋतिक कुमार विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में 12 पंचायतों के किसानों ने अपनी मेहनत से उपजाए गए विभिन्न नस्लों के आमों के स्टॉल लगाए। ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक इन स्टॉलों से आम खरीदे और किसानों की प्रशंसा की। विधायक तिवारी महतो ने भी किसानों से आम खरीदकर उनका हौसला बढ़ाया और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। प्रखंड विकास पदाधिकारी ऋतिक कुमार ने बताया कि वर्ष 2025-26 के लिए 350 एकड़ भूमि पर फलदार वृक्ष लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

मेले की शुरुआत भले ही उत्साहपूर्ण रही, लेकिन अतिथियों के चले जाने के बाद आयोजन में अव्यवस्था का माहौल बन गया। नाश्ते और पानी की अपर्याप्त व्यवस्था से नाराज ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। स्थिति तब और बिगड़ गई जब कुछ लोगों ने मंच पर लगे आम के स्टॉलों को लूट लिया और वहां से चले गए। इस घटना ने आयोजन की बदइंतजामी को उजागर कर दिया, जिससे किसानों और स्थानीय लोगों में निराशा फैल गई। इस तरह की अव्यवस्था ने न केवल मेले की गरिमा को ठेस पहुंचाई, बल्कि बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत किए गए प्रयासों पर भी सवाल उठाए। स्थानीय प्रशासन की ओर से इस घटना पर कोई तत्काल प्रतिक्रिया नहीं आई, जिसने ग्रामीणों की नाराजगी को और बढ़ा दिया।

बिरसा हरित ग्राम योजना, जो झारखंड में ग्रामीण रोजगार और बागवानी को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई थी, ने किसानों को अपनी
उपज प्रदर्शन करने का एक मंच प्रदान किया। इस योजना के तहत रामगढ़ जिले में आम की खेती को प्रोत्साहन मिला है, जिससे कई परिवारों को आय का स्रोत प्राप्त हुआ है। हालांकि, कुजू के इस मेले में हुई अव्यवस्था ने आयोजनों में बेहतर प्रबंधन की आवश्यकता को रेखांकित किया है। ग्रामीणों का मानना है कि भविष्य में इस तरह के आयोजनों में व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन को और सक्रिय भूमिका निभानी होगी।

-रिपोर्टर: कुमार मिश्रा










