रामगढ़, झारखंड: मांडू विधानसभा क्षेत्र के छोटकी डुंडी पंचायत अंतर्गत लोहसिंघना गांव में मंडा त्योहार का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर की झलक देखने को मिली। इस अवसर पर मांडू के विधायक निर्मल महतो उर्फ तिवारी महतो मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, जबकि विशिष्ट अतिथियों में पंचायत के मुखिया रामसेवक महतो, पंचायत समिति सदस्य रीना कुमारी, उप मुखिया गोपाल महतो, जेएलकेएम नेत्री रूपा महतो, और लीलावती देवी आदि मौजूद थे। विधायक ने देर रात छऊ नृत्य कला मंच का फीता काटकर उद्घाटन किया और ढोल-नगाड़ों के साथ नृत्य मंच का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि मंडा त्योहार झारखंड की प्राचीन परंपरा और पूर्वजों की देन है, जिसे उल्लासपूर्वक मनाने और संरक्षित करने की आवश्यकता है।

त्योहार की तैयारियों में एक सप्ताह तक गांव में मां भगवती का पाट लेकर जागरण का आयोजन हुआ। भोक्ताओं ने 36 घंटे का निर्जला उपवास रखकर भगवान शिव-पार्वती की कठिन तपस्या की और मंदिर की परिक्रमा कर लहटन सेवा दी। रविवार सुबह 71 शिव भक्तों ने दहकते अंगारों पर नंगे पांव चलकर अपनी भक्ति और आस्था की कठिन परीक्षा दी, जो देखने वालों के लिए आश्चर्यजनक था। रात में आयोजित छऊ नृत्य कार्यक्रम में धवैया और सरलाकला के कलाकारों ने मुखौटा पहनकर धार्मिक और सांस्कृतिक नृत्यों की शानदार प्रस्तुति दी, जिसका हजारों ग्रामीणों, महिलाओं, पुरुषों और बच्चों ने आनंद लिया। यह आयोजन झारखंड की संस्कृति को जीवंत करने का एक जीवंत उदाहरण बना।

इस आयोजन में पूजा समिति के अध्यक्ष चमक लाल महतो, सचिव तारकेश्वर महतो, कोषाध्यक्ष शंकर करमाली, उपाध्यक्ष दुलार प्रसाद, संरक्षक मनोज, रोहित, विकास, सुमेश, बसंत, प्रदीप, कपिल, रमेश, बालेश्वर, शोभा महतो, तिलक कुमार, सुखदेव महतो, किसुन महतो, पंकज कुमार, रामपाल महतो, महेश चौधरी, प्रेम करमाली, कुलेश्वर महतो, लखन महतो, भोला महतो, डालचंद महतो, गोविंद महतो, किशोर महतो, और अशोक वैद्य जैसे कई लोग शामिल थे। मंडा त्योहार ने न केवल धार्मिक आस्था को मजबूत किया, बल्कि सामुदायिक एकता और झारखंड की सांस्कृतिक पहचान को भी उजागर किया।
-रिपोर्टर: अमन कुमार मिश्रा










