प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में न्यूयॉर्क में शीर्ष अमेरिकी टेक कंपनियों के सीईओ से मुलाकात की। इस बैठक में गूगल, एडोबी, आईबीएम और एनवीडिया जैसी प्रमुख कंपनियों के सीईओ शामिल थे। मोदी ने इस बैठक में भारत की सेमीकंडक्टर उद्योग में बढ़ती भूमिका पर जोर दिया और को-डेवलपमेंट, को-डिजाइन और को-प्रोडक्शन के अवसरों पर चर्चा की। उन्होंने भारत की नवाचार-हितैषी नीतियों और बाजार अवसरों को भी रेखांकित किया। इस बैठक का उद्देश्य सेमीकंडक्टर, बायोटेक और एआई जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देना था।
टेक लीडर्स ने भारत की डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) और घरेलू सेमीकंडक्टर उत्पादन की पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत में निवेश के लिए अनुकूल माहौल है और वे भारत के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं। वर्तमान परिदृश्य में, भारत सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। मोदी की इस बैठक से यह स्पष्ट होता है कि भारत वैश्विक तकनीकी हब बनने के लिए प्रतिबद्ध है।
जनता की प्रतिक्रिया भी इस बैठक को लेकर सकारात्मक रही है। लोग मानते हैं कि इस तरह के उच्च स्तरीय बैठकें भारत के तकनीकी विकास को गति देंगी और देश को वैश्विक मंच पर मजबूत बनाएंगी। भविष्य में, भारत और अमेरिका के बीच तकनीकी सहयोग से सेमीकंडक्टर उद्योग में नई ऊंचाइयों को छूने की उम्मीद है। इस बैठक से यह भी संकेत मिलता है कि भारत आने वाले वर्षों में तकनीकी नवाचार और उत्पादन में अग्रणी भूमिका निभा सकता है।