बिहार में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में एक बड़ी कार्रवाई हुई है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 18 अक्टूबर 2024 को IAS अधिकारी संजीव हंस और राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव को गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी दिल्ली में हुई, जहां दोनों को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में हिरासत में लिया गया। ED ने बताया कि दोनों पर भ्रष्टाचार और अवैध धन के लेन-देन के गंभीर आरोप हैं। इस मामले में ED ने कई दस्तावेज और सबूत भी बरामद किए हैं, जो इन आरोपों को साबित करने के लिए पर्याप्त हैं।
सरकार ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है। बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह एक महत्वपूर्ण कदम है और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। वहीं, राजद ने इस गिरफ्तारी को राजनीतिक साजिश करार दिया है। राजद के नेताओं ने कहा कि यह कार्रवाई पार्टी को बदनाम करने के लिए की गई है और इसका कोई ठोस आधार नहीं है। राजद के प्रवक्ता ने कहा कि गुलाब यादव को फंसाने की कोशिश की जा रही है और पार्टी उनके साथ खड़ी है।
पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों को पटना लाया जाएगा और उनसे विस्तृत पूछताछ की जाएगी। इस मामले में जनता की प्रतिक्रिया भी मिली-जुली रही है। कुछ लोग इस कार्रवाई को सही ठहरा रहे हैं, जबकि कुछ इसे राजनीतिक प्रतिशोध मान रहे हैं। ED ने कहा है कि मामले की जांच जारी रहेगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जनता में इस मामले को लेकर काफी चर्चा हो रही है और लोग उम्मीद कर रहे हैं कि दोषियों को सजा मिलेगी और न्याय होगा।