Desk. केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह बघेल ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि देश में गिने चुने मुसलमान ही सहिष्णु हैं। उन्होंने कहा कि जो मुसलमान सहिष्णु दिखते भी हैं, वो सार्वजनिक जीवन में बने रहने और राज्यपाल, उपराष्ट्रपति जैसे पद हासिल करने के लिए इसे एक मुखौटा के रूप में इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने कहा कि समुदाय के ऐसे तथाकथित बुद्धिजीवियों का असली चेहरा उनका कार्यकाल पूरा होने के बाद सामने आ जाता है।
बघेल ने कहा, “सहिष्णु मुसलमानों को उंगलियों पर गिना जा सकता है। मुझे लगता है कि उनकी संख्या हजारों में भी नहीं है और वह भी सार्वजनिक जीवन में नकाब पहनकर जीने की उनकी रणनीति है, जो उन्हें उपराष्ट्रपति, राज्यपाल या कुलपति के पद तक ले जाता है।” उन्होंने आगे कहा, “लेकिन जब वे रिटायर होते हैं, तो वे असली बयान देते हैं। जब वे कुर्सी छोड़ते हैं, तो वे ऐसा बयान देते हैं जो उनकी वास्तविकता को उजागर करता है।”
बताया जा रहा है कि यूपी के आगरा से बीजेपी सांसद एसपी बघेल ने देव ऋषि नारद पत्रकार सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए विवादित टिप्पणी की। पत्रकारों को पुरस्कार देने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मीडिया विंग इंद्रप्रस्थ विश्व संवाद केंद्र ने नई दिल्ली के ‘महाराष्ट्र सदन’ में यह कार्यक्रम आयोजित किया था।









