रामगढ़ जिले के कुजू क्षेत्र में ग्राम ओरला के शिव मंदिर परिसर में पांच दिवसीय मंडा पर्व 8 मई से शुरू होकर 12 मई 2025 को धूमधाम से संपन्न हुआ। इस पर्व में 51 शिव भक्तों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने दहकते अंगारों पर नंगे पांव चलकर और पीठ में लोहे की कील चुभवाकर अपनी अद्भुत भक्ति का प्रदर्शन किया। पर्व की शुरुआत पुरोहित हीरालाल तिवारी और उनके सहायक सोनू कुमार पंडित द्वारा पूजा-पाठ और मां पार्वती की गांव-गांव परिक्रमा के साथ हुई। बनस झूला और फूलखूंदी जैसे कार्यक्रमों ने भक्तों और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंडा पूजा के मेले का उद्घाटन विधायक तिवारी महतो, जिला परिषद सदस्य दयामंती देवी, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने फीता काटकर किया।
पर्व के दौरान भक्तों ने अपनी भक्ति को अनूठे तरीकों से व्यक्त किया। चौथे दिन सभी भोक्ता स्थानीय तालाब में स्नान कर धोती-गंजी पहनकर शिव मंदिर में लोटन सेवा और परिक्रमा के साथ प्रवेश किए। रातभर पूजा-पाठ और धार्मिक कर्मकांडों के बाद, बनस झूला में भोक्ताओं ने पीठ में लोहे की कील डालकर 40 फीट की ऊंचाई पर झूला झूलकर अपनी आस्था का परिचय दिया। फूलखूंदी कार्यक्रम में भोक्ताओं ने गले की फूलमाला नीचे मौजूद लोगों पर फेंकी, जिसे शिव प्रसाद मानकर भक्तों में होड़ मच गई। बंगाल से आए छऊ नृत्य ने रातभर दर्शकों का मनोरंजन किया। ओरला, तोपा कोलोनी, कुजू, मुरषा, तोयरा, बलसगरा, सांडी, बोंगाबार सहित आसपास के गांवों से सैकड़ों लोग इस मेले और भक्ति के उत्सव में शामिल हुए।
ओरला में मंडा पर्व 1964 से आयोजित हो रहा है, और समय के साथ इसकी लोकप्रियता और भव्यता बढ़ती जा रही है। शिव मंडा पूजा समिति के अध्यक्ष ज्योतेंद्र प्रसाद साहू और सचिव हरिशंकर प्रसाद नेता जी ने बताया कि मेला अब एक बड़े रूप में बदल चुका है, जहां लोग खाने-पीने और मनोरंजन की वस्तुओं की खरीदारी करते हैं। समिति के सदस्यों, जिनमें कैलाश करमाली, मंगू मांझी, जितेंद्र मुंडा, निर्मल करमाली, अखलेश महतो, खीरू बेदिया, नागेश्वर गंझू, नंदलाल मुंडा, राजकुमार सूरी, दिलीप रवानी, रंजीत महतो, दिलीप बेदिया, दिनेश कोदिया, सुनिल विश्वकर्मा और देवकी करमाली शामिल थे, ने इस आयोजन को व्यवस्थित और शांतिपूर्ण बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
-रिपोर्टर: अमन कुमार मिश्रा










