- गहनों की सफाई के नाम पर ठगी पर डीआईजी नौशाद आलम सख्त, सभी थानों को किया अलर्ट
मेदिनीनगर: पलामू प्रमंडल में गहनों की सफाई और चमकाने के नाम पर ग्रामीण इलाकों में हो रही ठगी की घटनाओं पर डीआईजी नौशाद आलम ने सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने प्रमंडल के सभी थानों को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि ऐसे अपराधों पर अविलंब रोक लगाई जाए और आमजन को जागरूक किया जाए। डीआईजी कार्यालय से जारी पत्र में कहा गया है कि समाचार पत्रों और अन्य माध्यमों से यह जानकारी मिल रही है कि कुछ असामाजिक तत्व गांवों में खुद को गहनों की सफाई या पॉलिशिंग कर्मी बताकर घर-घर जा रहे हैं। ये लोग विशेष रूप से महिलाओं को निशाना बनाते हैं और भरोसे में लेकर उनके आभूषण बदल देते हैं या चुराकर फरार हो जाते हैं।
डीआईजी ने स्पष्ट किया है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सभी थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्र में सतर्कता बरतनी होगी। उन्होंने कहा कि लोग यदि अपने घर या पड़ोस में किसी संदिग्ध व्यक्ति को इस प्रकार की सेवा की पेशकश करते देखें तो तुरंत पुलिस को सूचित करें, ताकि समय रहते कार्रवाई संभव हो सके। उन्होंने व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया है, जिसमें सोशल मीडिया, समाचार पत्र, सामुदायिक बैठकें और जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित करने की बात कही गई है। साथ ही, सुबह-शाम के समय विशेष रूप से गश्त और चौकसी बढ़ाने का आदेश दिया गया है, ताकि इस तरह के अपराधों को रोका जा सके।
डीआईजी ने निर्देश दिया है कि इस प्रकार के धोखाधड़ी से जुड़े मामलों की जांच में तकनीकी संसाधनों जैसे डेटा एनालिसिस और डिजिटल फॉरेंसिक का उपयोग किया जाए, ताकि अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके। इसके अतिरिक्त, इन अपराधियों की पहचान और उनकी कार्यप्रणाली की जानकारी सभी थानों के साथ साझा करने की प्रक्रिया को भी सुदृढ़ करने का सुझाव दिया गया है। यह पत्र अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) झारखंड रांची, पुलिस महानिरीक्षक पलामू प्रक्षेत्र, पलामू क्षेत्र के सभी थाना/ओपी प्रभारियों और विधि-व्यवस्था पर्यवेक्षक को भी सूचनार्थ भेजा गया है।