
जनता और प्रशासन के बीच संवाद का महत्व
बैठक में डीआईजी ने जनता और प्रशासन के बीच संवाद को स्थायी समाधान का आधार बताया। उन्होंने कहा कि भाईचारा और आपसी सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रशासन निरंतर प्रयास कर रहा है, और जनता की सक्रिय भागीदारी इस लक्ष्य को और मजबूत करेगी। अर्जुन मुंडा ने प्रशासन के इन प्रयासों की सराहना की और सुझाव दिया कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में संवाद को और अधिक प्रभावी बनाया जाए। इस सुझाव को स्वीकार करते हुए डीआईजी ने आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन इस दिशा में और सक्रियता से काम करेगा। यह चर्चा न केवल प्रशासनिक प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि जनता के साथ मिलकर एक सुरक्षित और समावेशी समाज बनाने की दिशा में भी प्रेरित करती है।
डीआईजी नौशाद आलम ने पलामू की जनता को दृढ़ विश्वास दिलाया कि प्रशासन हर परिस्थिति में उनके साथ खड़ा है। उन्होंने विशेष रूप से महिलाओं की सुरक्षा पर जोर देते हुए कहा कि पलामू में महिलाएं रात में भी अकेले बिना किसी डर के बाहर निकल सकें, यह प्रशासन का लक्ष्य है। शांति, सुरक्षा और विकास के इस संकल्प को साकार करने के लिए प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध है। अर्जुन मुंडा के अनुभव और सुझावों ने इस दिशा में और प्रेरणा दी। यह मुलाकात पलामू में एक सुरक्षित और सामंजस्यपूर्ण वातावरण बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है, जो प्रशासन और जनता के बीच विश्वास को और गहरा करेगा।










