पटना में हाल ही में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्ती शुरू हो गई है, खासतौर पर ऑटोमेटिक चालान सिस्टम के तहत पकड़े गए मामलों में। वाहन चालकों द्वारा चालान से बचने के लिए नंबर प्लेट में छेड़छाड़ की गई थी, लेकिन इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर और सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरों ने चालाकी पकड़ ली। चार गाड़ियों की नंबर प्लेट से छेड़छाड़ के मामले सामने आने पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उनके मालिकों पर केस दर्ज कर दिया। यह घटना बताती है कि ट्रैफिक नियमों को चकमा देने की कोशिश अब महंगी साबित हो रही है।
चालान से बचने के लिए नंबर प्लेट में जानबूझकर छेड़छाड़ करने वाले वाहन मालिकों के खिलाफ गांधी मैदान थाने और अन्य क्षेत्रों में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इन मामलों में भट्टाचार्य मोड़, सभ्यता द्वार और गोलघर तिराहे जैसे इलाकों से गाड़ियां पकड़ी गईं। सभी मामलों में, वाहन मालिकों ने अपनी नंबर प्लेट के एक अंक को छिपा दिया था ताकि उनकी पहचान न हो सके। पुलिस ने तुरंत इन मामलों को गंभीरता से लिया और अब ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जा रही है।
पटना में लागू ऑटोमेटिक चालान सिस्टम ने ट्रैफिक नियमों को और मजबूत बनाने का काम किया है। हाई-टेक कैमरों की मदद से ओवरस्पीडिंग, हेलमेट न पहनने और नंबर प्लेट छेड़छाड़ जैसे मामलों को तुरंत पकड़ लिया जाता है। यह तकनीक न केवल नियम तोड़ने वालों को रोकने में प्रभावी है बल्कि लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति अधिक जागरूक भी बना रही है। हालांकि, सिस्टम को चकमा देने की कोशिश करने वाले अब कानून के शिकंजे में हैं।