रामगढ़ जिले के पतरातु में रविवार को पीटीपीएस यूनियन कार्यालय में एनटीपीसी मजदूर यूनियन एटक की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। भाकपा अंचल सचिव और यूनियन शाखा सचिव कामरेड मनोज कुमार महतो की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर 20 मई 2025 को प्रस्तावित एकदिवसीय आम हड़ताल को सफल बनाने का संकल्प लिया गया। इसके लिए 10 से 17 मई तक एनटीपीसी/पीवीयूएनएल लेबर गेट पर गेट मीटिंग, पर्चा वितरण और दीवार लेखन के साथ-साथ 18 मई को मशाल जुलूस और 19 मई को मोटरसाइकिल जुलूस जैसे कार्यक्रमों की योजना बनाई गई। यह अभियान मजदूरों के अधिकारों और प्रबंधन की नीतियों के खिलाफ एकजुटता का प्रतीक है।
कामरेड मनोज कुमार महतो ने एनटीपीसी/पीवीयूएनएल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि प्रबंधन ने 10 मई 2025 को बिना भू-रैयतों और ग्रामीणों को सूचित किए छाय डैम में जबरन कार्य शुरू किया, जो विस्थापितों और प्रभावितों के प्रति प्रबंधन की उपेक्षा को दर्शाता है। महतो ने प्रबंधन पर स्थानीय युवाओं को नौकरी से वंचित करने और बाहरी लोगों को दलालों के माध्यम से पैसे लेकर नौकरी देने का आरोप लगाया। यूनियन ने इस अन्याय के खिलाफ कड़ा विरोध जताया और भू-रैयतों के हक में हमेशा खड़े रहने की प्रतिबद्धता दोहराई। साथ ही, भेल के अंतर्गत कार्यरत एजेंसी आरएनआरसी के मजदूरों को दो महीने का बकाया वेतन एक सप्ताह में न मिलने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई।
यह बैठक मजदूरों और विस्थापितों के अधिकारों की रक्षा के लिए एनटीपीसी मजदूर यूनियन एटक की दृढ़ता को उजागर करती है। उपस्थित सदस्यों, जिनमें मनोज कुमार महतो, रमेश महतो, संदीप ठाकुर, विक्की कुमार, रवि कुमार, रूपेश साहू, शिव मिंज, मोहन साहू, विजय कुमार, संतोष साहू, आनंद कुमार, शिवम कुमार और अनिल कुमार शामिल थे, ने एकजुट होकर प्रबंधन की नीतियों के खिलाफ संघर्ष को तेज करने का फैसला किया। यह आयोजन न केवल मजदूरों के हितों की रक्षा, बल्कि स्थानीय समुदाय के विकास और उनके अधिकारों को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यूनियन की यह पहल पतरातु में सामाजिक और आर्थिक न्याय के लिए एक मजबूत आवाज बनकर उभरी है।
-रिपोर्टर: कुमार मिश्रा










