झारखंड कांग्रेस में विवादों और खींचतान की खबरें कोई नई नहीं हैं. पार्टी से निलंबित चार नेता लगातार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. एक बार फिर रांची में एक पीसी कर इनहोंने ठाकुर को निशाने पर लिया. लालकिशोर नाथ शाहदेव ने कहा हमने कई सवाल उठाए थे, उसमें सुधार की जगह प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें ही नोटिस थमा दिया. सवाल उठाने वालों से बात तक करने की कोशिश नहीं की गई. प्रतिष्ठा को धुमिल करने के लिये उनसे व्यक्तिगत बदला लिया जा रहा है.
45 हजार कार्यकर्ताओं से लेंगे राय
लालकोशिर नाथ शाहदेव ने कहा की कांग्रेस की सदस्यता अभियान के दौरान इन लोगों ने करीब 45 हजार लोगों को पार्टी से जोड़ा था. अब इनहीं लोगों से चर्चा के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी. वहीं डॉक्टर राजेश गुप्ता ने कहा की जनता के लिये काम करने और कांग्रेस की मजबूती के लिये तत्पर रहने वालों पर ही अनुशासन का चाबुक चलाया गया
‘राजेश ठाकुर ने किया था सोनिया गांधी का अपमान’
राजेश गुप्ता ने कहा कि वर्तमान अध्यक्ष ने कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ मोर्चा खोला था, वो बोकारो से चुनाव भी लड़ चुके हैं. राजेश गुप्ता ने प्रदेश अध्यक्ष पर अंदरुनी तौर पर बीजेपी के लिये काम करने का आरोप भी लगाया, उन्हें पूर्व प्रदेश कांग्रेस प्रभारी और अब बीजेपी के नेता बन चुके आरपीएन सिंह के इशारों पर काम करने वाला बताया.
रायपुर अधिवेशन में देंगे धरना
इधर आलोक दुबे ने कहा की उनहोंने अपनी सारी शिकायतों से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अवगत करा दिया है. उन्होंने कहा की ये लोग पुराने कांग्रेसी हैं कई प्रदेश अध्यक्षों के साथ काम का अनुभव है, लेकिन किसी ने ऐसी मनमानी नहीं की. दुबे ने जिलाध्यक्षों के मनोनय में कई जाति के लोगों, महिलाओं की उपेक्षा करने का भी आरोप लगाया. उनहोंने कहा की सारे विक्षुब्ध नेता कांग्रेस की रायपुर अधिवेशन में शामिल होंगे और धरना देंगे, अपनी बातों को उठाएंगे.
क्या है मामला ?
बता दें कि प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ बयानबाजी करने और पार्टी विरोधी कामों में शामिल रहने के आरोप में झारखंड कांग्रेस ने चार नेताओं को 6 साल के लिए निलंबित कर दिया है. इनमें आलोक दुबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव, डॉ. राजेश गुप्ता छोटू और साधु चरण गोप शामिल हैं.