15 अगस्त 2025 को, भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपने 12वें लगातार स्वतंत्रता दिवस भाषण में देश को एक नई दिशा दी। 103 मिनट के इस ऐतिहासिक भाषण में, जो अब तक का सबसे लंबा स्वतंत्रता दिवस भाषण है, उन्होंने आर्थिक और सुरक्षा क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण पहलों की घोषणा की। इनमें अक्टूबर 2025 तक GST सुधार, ₹1 लाख करोड़ की युवा रोजगार योजना, स्वदेशी सेमीकंडक्टर चिप्स का उत्पादन, और मिशन सुदर्शन चक्र शामिल हैं, जो रणनीतिक और सार्वजनिक स्थलों की सुरक्षा के लिए एक दशक लंबा कार्यक्रम है। इस भाषण ने न केवल इंदिरा गांधी के 11 लगातार भाषणों का रिकॉर्ड तोड़ा, बल्कि जवाहरलाल नेहरू के 17 भाषणों के बाद दूसरा स्थान भी हासिल किया।
प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि GST संरचना में सुधार कर आवश्यक वस्तुओं पर कर की दरें कम की जाएंगी और स्लैब को सरल बनाया जाएगा, जिससे घरेलू उपभोक्ताओं और छोटे व्यवसायियों को लाभ होगा। इसके साथ ही, ‘प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना’ के तहत पहली बार निजी क्षेत्र में नौकरी पाने वाले 3.5 करोड़ युवाओं को ₹15,000 की एकमुश्त प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। स्वदेशी तकनीक को बढ़ावा देते हुए, 2025 के अंत तक भारत में निर्मित सेमीकंडक्टर चिप्स बाजार में उपलब्ध होंगे, जो इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण को बढ़ावा देगा। मिशन सुदर्शन चक्र के तहत, 2035 तक स्वदेशी तकनीक से रणनीतिक और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी, जबकि इंडस जल संधि की समीक्षा और स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्य की समय से पहले प्राप्ति ने भारत की प्रगति को रेखांकित किया।
मोदी ने जम्मू-कश्मीर में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता की सराहना की, जिसमें सशस्त्र बलों ने राष्ट्रीय सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने 2030 से पहले 50% बिजली उत्पादन को गैर-जीवाश्म ईंधन स्रोतों से प्राप्त करने के लक्ष्य को समय से पहले हासिल करने की उपलब्धि को भी उजागर किया। यह भाषण न केवल भारत के आर्थिक और तकनीकी आत्मनिर्भरता के दृष्टिकोण को दर्शाता है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और ग्रामीण विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करता है। 2047 तक ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य को दोहराते हुए, मोदी का यह संबोधन देशवासियों में जोश और आत्मविश्वास जगाने वाला साबित हुआ, जो भारत को एक वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।