Desk. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नये संसद भवन का उद्घाटन किया। इस दौरान संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह भवन आधुनिक सुविधाओं और नवीनतम उपकरणों से सुसज्जित है। इसने 60,000 से अधिक मजदूरों को रोजगार दिया है। हमने उनकी कड़ी मेहनत का सम्मान करने के लिए एक डिजिटल गैलरी बनाई है।
पीएम मोदी ने 9 साल का रिपोर्ट कार्ड पेश किया
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अपने नौ साल की सरकार का रिपोर्ट कार्ड भी पेश किया। उन्होंने कहा कि अगर कोई एक्सपर्ट बीते नौ साल का आकलन करे तो पाएगा कि ये 9 साल भारत में नवनिर्माण के रहे हैं। गरीब कल्याण के रहे हैं। आज हमें संसद की नई इमारत के निर्माण का गर्व है। मुझे नौ साल में गरीबों के चार करोड़ बनने का भी संतोष है। आज जब हम इस भव्य इमारत को देखकर अपना सिर ऊंचा कर रहे हैं तो मुझे बीते नौ साल में बने 11 करोड़ शौचालयों का भी संतोष हैं, जिन्होंने महिलाओं की गरिमा की रक्षा की, उनका सिर ऊंचा कर दिया।
उन्होंने कहा कि आज जब हम सुविधाओं की बात कर रहे हैं तो बीते नौ साल में गांवों को जोड़ने के लिए चार लाख किमी से ज्यादा सड़कों का निर्माण किया। आज हम ईको फ्रेंडली इमारत को देखकर खुश हैं, हमने पानी की एक-एक बूंद बचाने के लिए 50 हजार से ज्यादा अमृत सरोवरों का निर्माण किया है। आज जब हम उत्सव मना रहे हैं कि हमने नई संसद भवन का निर्माण किया है तो हमने देश में 30 हजार से ज्यादा नए पंचायत भवन भी बनाए हैं। यानी पंचायत भवन से लेकर संसंद भवन तक हमारी निष्ठा एक ही है। हमारी प्रेरणा एक ही है। देश का विकास, देश के लोगों का विकास है।
75 रुपये का सिक्का जारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत न सिर्फ लोकतंत्र का सबसे बड़ा देश है। बल्कि मदर ऑफ डेमोक्रेसी भी है। यह वैश्विक लोकतंत्र की नींव भी है। लोकतंत्र हमारा ‘संस्कार’, विचार और परंपरा है। पीएम मोदी ने भारतीय डाक विभाग के स्मारक डाक टिकट जारी किया। इसके बाद उन्होंने भारतीय वित्त विभाग द्वारा तैयार किये गये 75 रुपये का सिक्का जारी किया।
हरिवंश ने राष्ट्रपति का पढ़ा संदेश
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संदेश पढ़ा। उन्होंने कहा कि इस बात का संतोष है कि नये संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। संसद का नया भवन नीतियों के माध्यम से हासिए पर पड़े हुए लोगों समेत सभी देशवासियों की आवश्यकताओं का सक्रियता से समाधान सुनिश्चित करेगा। ये लोकतंत्र का पालना है। हमारा देश लोकतांत्र के वैश्विक फैलाव के संरक्षण में सहायक रहा है।