Desk. एनसीपी प्रमुख शरद पवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष से इस्तीफे के बाद महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज हो गयी। एक ओर जहां उनके समर्थक इस्तीफे की वापसी पर अड़े हुए है, तो दूसरी ओर उनको लेकर तरह-तरह की राजनीतिक प्रतिक्रिया आ रही है। वहीं बताया जा रहा है कि इन सियासी हलचलों के बीच महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शरद पवार से मिलेंगे।
अब किसके नाम पर वोट मांगेंगे?- जयंत पाटिल
शरद पवार के इस्तीफे के बाद पार्टी के स्टेट चीफ जयंत पाटिल ने कहा कि हम पवार साहब को आगे कर वोट मांगते थे, अब किसके नाम पर वोट मांगेंगे? पवार साहब आप हम सबका इस्तीफा ले लीजिए और नए लोगों को अपने हिसाब से जिम्मेदारी दीजिए। आप पार्टी की कमान संभालिए।
पवार साहब को फिर से विचार करना चाहिए- प्रफुल पटेल
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल पटेल ने कहा कि शरद पवार साहब का इस्तीफा चौंकाने वाला है। हम किताब विमोचन करने आए थे और हमें इसकी उम्मीद नहीं थी। पवार साहब को फिर से विचार करना चाहिए। कार्यकर्ता यह फैसला नहीं मानेंगे।
शरद पवार महाराष्ट्र की राजनीति की आत्मा- संजय राउत
वहीं शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत ने कहा कि गंदी राजनीति और आरोपों से तंग आकर शिवसेना सुप्रीमो बाला साहेब ठाकरे ने भी शिवसेना प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था। ऐसा लगता है कि इतिहास ने खुद को दोहराया है, लेकिन शिवसैनिकों के प्यार के कारण उन्हें अपना फैसला वापस लेना पड़ा। बालासाहेब की तरह, पवार साहब भी राज्य की राजनीति की आत्मा हैं।
शरद पवार एक अनुभवी राजनेता- तारिक अनवर
वहीं कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने कहा कि शरद पवार एक अनुभवी राजनेता हैं। वे या उनका परिवार ही कह सकता है कि उन्होंने किन परिस्थितियों में इस्तीफा दिया है। 25 साल तक एनसीपी प्रमुख रहने के बाद से यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है। उनके भतीजे अजित पवार ने कहा कि अब उठाए जाने वाले कदमों पर फैसला करने के लिए वे आपस में चर्चा करेंगे।
एनसीपी का अंदरूनी मामला- देवेंद्र फडणवीस
वहीं महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पवार साहब का फैसला एनसीपी का अंदरूनी मामला है। यह उनका निजी फैसला है। वह एक वरिष्ठ नेता हैं और उन्होंने कुछ फैसला किया है। उनकी पार्टी के भीतर कई मुद्दों पर मंथन चल रहा है, इसलिए इस पर प्रतिक्रिया देना हमारे लिए ठीक नहीं होगा। हम स्थिति पर नजर रखेंगे और एक-दो दिन बाद प्रतिक्रिया देंगे।









