रामगढ़ जिले के मांडू प्रखंड में 20 मई 2025 की रात एक दर्दनाक हादसे ने सबको झकझोर कर रख दिया। सीसीएल (सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड) की चैनपुर साइडिंग कांटा घर में कार्यरत कर्मी हारून मियां की कोयला लदी मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई। हारून, जो रतवै गांव के निवासी थे, नाइट शिफ्ट में ड्यूटी कर रहे थे और कांटा बाबू इंचार्ज की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। सूत्रों के अनुसार, रात करीब 1:30 बजे सेंसर चेक करने के दौरान वे ट्रेन की पटरी पर गिर गए, जिससे यह हादसा हुआ। यह घटना जांच का विषय बनी हुई है।

हादसे की खबर फैलते ही आसपास के ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंच गए और उन्होंने साइडिंग के सभी कार्यों को ठप कर दिया। गुस्साए ग्रामीणों ने सीसीएल से तत्काल नौकरी और मुआवजे की मांग की है। मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, और उनकी मांगें पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रखने की बात कही जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी घटनाओं से उनकी सुरक्षा पर सवाल उठते हैं, और सीसीएल को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। हालांकि, इस घटना के कई घंटे बाद भी सीसीएल के किसी वरिष्ठ अधिकारी के घटनास्थल पर न पहुंचने से लोगों में और आक्रोश बढ़ गया है।
यह हादसा रामगढ़ में कोयला क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है। चैनपुर साइडिंग में पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन सुरक्षा उपायों में सुधार नहीं होने से ऐसी त्रासदियां रुक नहीं रही हैं। ग्रामीणों की मांग और प्रदर्शन को देखते हुए यह मामला और गंभीर हो सकता है।
-रिपोर्टर: कुमार मिश्रा










