रामगढ़, झारखंड के गुरुद्वारा साहिब में 12 जून 2025 को सिखों के छठे गुरु, श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी के प्रकाश उत्सव के उपलक्ष्य में विशेष दीवान सजाया गया। दोपहर 12:30 बजे स्त्री सत्संग द्वारा सहज पाठ का समापन किया गया, जिसके बाद भव्य कीर्तन दीवान का आयोजन हुआ। गुरुद्वारा साहिब के हेड ग्रंथि बाबा गुरजीत सिंह ने सिख इतिहास और गुरु हरगोबिंद साहिब जी के योगदान पर प्रकाश डाला। दिल्ली से आए रागी जत्था भाई साहब अमनदीप सिंह ने अपनी मधुर आवाज में “सो सतगुरु प्यारा मेरे नाल है” और “जीथे किथे मैनू लै छडाई” जैसे शबद गाकर साध-संगत को निहाल किया। लंगर की सेवा स्वर्गीय सरदार सुरेंद्र सिंह होरा और माता मंजीत कौर की स्मृति में उनके सुपुत्र सरदार सतेंद्र सिंह होरा के परिवार द्वारा की गई।
कार्यक्रम में रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने गुरुद्वारा साहिब पहुंचकर माथा टेका और गुरु जी के प्रति श्रद्धा अर्पित की। रामगढ़ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने वरिष्ठ नागरिक सरदार जगजीत सिंह सोनी को 2024 के स्वच्छता अभियान अवॉर्ड के लिए सिरोपा देकर सम्मानित किया। इसके अलावा, दसवीं और बारहवीं कक्षा में 75% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले मेधावी छात्रों को भी दीवान में सम्मानित किया गया। प्रबंधक कमेटी के प्रधान परमदीप सिंह कालरा, मित प्रधान अमरजीत सिंह सैनी, महासचिव हरदीप सिंह होरा, और अन्य सदस्यों सहित स्त्री सत्संग की प्रधान बलविंदर कौर छाबड़ा और अन्य महिलाएं उपस्थित थीं।
13 जून 2025 को रामगढ़ गुरुद्वारा साहिब में सुबह एक और विशेष दीवान सजाया जाएगा, जिसमें साध-संगत की व्यापक भागीदारी की उम्मीद है। यह आयोजन न केवल गुरु हरगोबिंद साहिब जी के मिरी-पीरी (आध्यात्मिक और सांसारिक शक्ति) के सिद्धांत को याद करता है, बल्कि समुदाय में एकता, सेवा, और शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और स्थानीय संगत ने इस उत्सव को ऐतिहासिक और यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, जिससे रामगढ़ में सिख समुदाय का उत्साह और गौरव और बढ़ा।
-रिपोर्टर: कुमार मिश्रा










