रामगढ़ में 16 मई 2025 को राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. महालक्ष्मी प्रसाद की अध्यक्षता में एक प्रभावी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य डेंगू के खतरों, इसके बचाव और नियंत्रण के उपायों के बारे में जनसमुदाय को शिक्षित करना था। जिला बीबीडी पदाधिकारी डॉ. अजय चौधरी ने बताया कि डेंगू एक विषाणु जनित रोग है, जो संक्रमित मादा एडीस मच्छर के काटने से फैलता है। वर्तमान में डेंगू का कोई टीका या विशिष्ट दवा उपलब्ध नहीं है, इसलिए मच्छरों के प्रजनन स्थलों को नष्ट करना और जन जागरूकता बढ़ाना इस रोग से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है। सिविल सर्जन परिसर से शहरी क्षेत्र की सहियाओं ने एक जागरूकता रैली निकाली, जो डेंगू के खिलाफ सामुदायिक कार्रवाई का संदेश देती रही।
सिविल सर्जन के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में डेंगू रोकथाम और बचाव के लिए सिविल सर्जन, स्वास्थ्य कर्मियों, और कार्यक्रम पदाधिकारियों ने एकसाथ सपथ ली। इस सपथ में डेंगू के खिलाफ त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करने, मच्छरों के प्रजनन को रोकने, और समुदाय को जागरूक करने की प्रतिबद्धता दोहराई गई। कार्यक्रम में उपाधीक्षक सदर अस्पताल डॉ. ठाकुर मृत्युंजय कुमार सिंह, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. स्वराज, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ. तुलिका रानी, जिला सलाहकार एनपीपीसीएफ डॉ. पल्लवी कौशल, जिला कार्यक्रम प्रबंधक बिजय प्रसाद, और अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे। यह आयोजन डेंगू के प्रति जागरूकता को न केवल शहरी, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
राष्ट्रीय डेंगू दिवस का यह आयोजन रामगढ़ में सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रति जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। रैली और सपथ ग्रहण के माध्यम से न केवल डेंगू के खतरों को उजागर किया गया, बल्कि समुदाय को स्वच्छता और मच्छर नियंत्रण के प्रति सक्रिय होने के लिए प्रेरित भी किया गया। इस तरह के प्रयास डेंगू जैसे मौसमी रोगों को नियंत्रित करने और जन स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
-रिपोर्टर: अमन कुमार मिश्रा