राजधानी रांची में साइबर अपराधियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में दो अलग-अलग घटनाओं में एटीएम फ्रॉड के जरिए ठगों ने दो लोगों के बैंक खातों से कुल 90 हजार रुपये की अवैध निकासी कर ली। पहली घटना जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के नया लटमा की है, जहां जाय चंपी के पिता लुक्स चंपी के खाते से 40 हजार रुपये निकाले गए। दूसरी घटना निफ्ट हटिया की है, जहां वासुदेव लांगुरी के खाते से 50 हजार रुपये की चोरी हुई। दोनों पीड़ितों ने स्थानीय थानों में प्राथमिकी दर्ज कराई है, और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। ये घटनाएं साइबर अपराध के बढ़ते खतरे और लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता को उजागर करती हैं।
- एटीएम स्कैम का नया तरीका
जाय चंपी ने बताया कि 29 मई को उनके पिता लुक्स चंपी सुबह 8 बजे लटमा रोड स्थित पीएनबी बैंक के एटीएम से पैसे निकालने गए। कार्ड डालने पर ट्रांजेक्शन रुका और कार्ड मशीन में फंस गया। तभी एक व्यक्ति ने केबिन की दीवार पर लिखे केयरटेकर के नंबर पर फोन करने की सलाह दी। नंबर पर कॉल करने पर उन्हें दो बार पिन डालकर ग्रीन बटन दबाने को कहा गया, लेकिन कार्ड नहीं निकला। इसके बाद उस व्यक्ति ने बैंक शाखा में सुबह 10:30 बजे आने और इंजीनियर से कार्ड निकलवाने की बात कही। हालांकि, इस दौरान उनके खाते से चार बार में 40 हजार रुपये निकाल लिए गए। इसी तरह, निफ्ट हटिया के वासुदेव लांगुरी के खाते से भी 50 हजार रुपये की अवैध निकासी हुई, जो एक सुनियोजित साइबर ठगी का हिस्सा प्रतीत होता है। - साइबर सुरक्षा और जागरूकता की जरूरत
इन घटनाओं ने रांची में साइबर अपराध के बढ़ते खतरे को उजागर किया है, जहां ठग नए-नए तरीकों से लोगों को ठग रहे हैं। एटीएम फ्रॉड जैसे मामले न केवल वित्तीय नुकसान का कारण बन रहे हैं, बल्कि आम लोगों के बीच डर और असुरक्षा की भावना भी पैदा कर रहे हैं। पुलिस ने दोनों मामलों में जांच शुरू कर दी है, लेकिन यह जरूरी है कि लोग अपने बैंक विवरण और पिन को साझा करने में सावधानी बरतें। प्रशासन और बैंकों को भी साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता अभियान चलाने और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है।