जयपुर : आरबीआई द्वारा 2,000 रुपये के नोट को बैन करने के बाद से विपक्ष लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है। विपक्ष लगातार सवाल कर रहे हैं। अब राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी इसको लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में भूचाल लाया जा रहा है। साथ ही सचिन पायलट ने सवाल किया कि रिजर्व बैंक ने इन नोटों को किस तर्क पर रोका है? इसकी वजह क्या है?
सचिन पायलट ने काले धन पर सरकार को घेरा
वहीं, सचिन पायलट ने कहा कि जब नोटबंदी हुई तब कहा गया था कि काला धन समाप्त होगा, विदेश से धन वापस आएगा लेकिन यह हुआ नहीं। अब अचानक सूचना आई की 2,000 रुपए के नोट बंद हो रहे हैं लेकिन इसका आधार क्या? जब इसे लाया गया तो इसका लक्ष्य क्या था और जब बंद किए जा रहे हैं तब इसका लक्ष्य क्या है? क्योंकि लोगों को बेवजह तकलीफ देना सही नहीं है।
सरकार पर निशाना साधते हुए सचिन पायलट बोले- सरकार ने बिना सोचे समझे जो कदम पहले उठाए थे, उसी के रास्ते पर वे अब भी चल रही है।
2016 में नोटबंदी के बाद लाए गए थे 2000 हजार के नोट
गौरतलब है कि साल 2016 के नवंबर में मोदी सरकार ने नोटबंदी का एलान किया था, जिस दौरान 500 और 1000 रुपये के नोट बंद कर दिए गए थे। इसके बाद 2000 हजार रुपये के नोट मार्केट में आए थे। उस समय सरकार ने कहा था कि ये कदम देश से करप्शन को खत्म करने के लिए उठाया जा रहा है। इससे भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी और जाली नोटों की छपाई रोकी जा सकेगी।
23 मई से जमा होंगे 2000 रुपए के नोट
जानकारी के लिए बता दें कि आरबीआई ने 23 मई से नोट जमा करने की व्यवस्था शुरू की है। इसके लिए 20 हजार रुपये तक के 2 हजार नोट बदले या जमा किए जा सकते हैं। बैंकों में इस काम के लिए स्पेशल विंडो खोली जाएगी।









