साहिबगंज जिले में सड़क दुर्घटना पीड़ितों को तेजी से मुआवजा प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। 20 अगस्त 2025 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान सभी थाना प्रभारियों और सड़क दुर्घटना से संबंधित अनुसंधानकर्ताओं को eDAR/iRAD ऐप में सड़क दुर्घटना के विवरण अपलोड करने का प्रशिक्षण दिया गया। यह ऐप केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MORTH) द्वारा लॉन्च किया गया है, जो मुआवजा प्रक्रिया को डिजिटल और सरल बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। प्रशिक्षण में एनआईसी मैनेजर मनोज कुमार, रोड सेफ्टी मैन मैनेजर अनुज कुमार, पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) विजय कुशवाहा और सीसीटीएनएस प्रभात कुमार ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।

eDAR/iRAD ऐप एक एकीकृत मंच है, जो पुलिस, जिला परिवहन, चिकित्सा और बीमा विभाग जैसे विभिन्न विभागों को जोड़ता है। इस ऐप के जरिए सभी विभाग सड़क दुर्घटना से संबंधित डेटा एक साथ अपलोड करेंगे, जिससे मुआवजा प्रक्रिया में तेजी और पारदर्शिता आएगी। पहले, विभागों के बीच समन्वय की कमी के कारण पीड़ितों को मुआवजा प्राप्त करने में देरी और परेशानी का सामना करना पड़ता था। इस डिजिटल पहल से अब पीड़ितों को समय पर मुआवजा मिल सकेगा, जिससे उनकी आर्थिक और भावनात्मक कठिनाइयां कम होंगी। यह प्रणाली सड़क दुर्घटना के मामलों में त्वरित और प्रभावी समाधान सुनिश्चित करेगी।
साहिबगंज पुलिस का यह प्रयास न केवल तकनीकी प्रगति की दिशा में एक कदम है, बल्कि यह सड़क सुरक्षा और पीड़ितों के प्रति संवेदनशीलता को भी दर्शाता है। प्रशिक्षण के दौरान जोर दिया गया कि इस ऐप का सही उपयोग सड़क दुर्घटना पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाने में मदद करेगा।