साहिबगंज SP ऑफिस आज ट्रेनिंग ग्राउंड बन गया। मुख्यालय DSP विजय कुमार कुशवाहा और NIC मैनेजर मनोज कुमार ने सभी थाना प्रभारियों को एक लाइन में खड़ा कर दिया और बोले—“अब एक भी एक्सीडेंट का डाटा 24 घंटे से ज्यादा पेंडिंग नहीं चलेगा!” iRAD/eDAR पोर्टल पर लाइव डेमो हुआ—कैसे 10 मिनट में एक्सीडेंट डाटा डालकर पीड़ित को तुरंत मुआवजा दिलाया जाए। DSP साहब ने साफ कहा—“हिट एंड रन केस में अब कोई ढील नहीं, गुड समारिटन (जो घायल को अस्पताल पहुंचाए) को 5000 रुपये इनाम और पूरा सम्मान मिलेगा, कोई पूछताछ नहीं!”

एल्कोहल ब्रेथ एनालाइजर मशीन को हाथ में लेकर DSP साहब ने लाइव डेमो दिया—“बस फूंक मारो, 10 सेकंड में रिजल्ट! शराब पीकर गाड़ी चलाने वाला पकड़ा गया तो लाइसेंस सीज, गाड़ी सीज और कोर्ट!” सभी थाना प्रभारियों को मशीन चलाना सिखाया गया। एक इंस्पेक्टर ने मजाक में कहा—“सर, अब तो पार्टी में भी डर लगेगा!” DSP हंसे और बोले—“डरना ही चाहिए, जान बचेगी!”
प्रशिक्षण खत्म होते ही ऑर्डर जारी—“हर थाने में iRAD/eDAR नोडल अफसर तुरंत नियुक्त करो, रोज का टारगेट पूरा करो!” DSP विजय कुशवाहा ने हाथ जोड़कर अपील की—“सड़क सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है, एक भी जान नहीं जानी चाहिए!” साहिबगंज पुलिस अब पूरी तरह हाई-टेक और हाई-अलर्ट मोड में है—शराबी ड्राइवर हो या हिट एंड रन करने वाला, अब बचना मुश्किल है! जय हिंद!










