सिमडेगा जिले के बाल सुधार गृह में एक नाबालिग की संदिग्ध मौत ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है। मृतक की पहचान सिमडेगा जपताकोना निवासी संदीप बेक के रूप में हुई है। परिवारवालों को फोन पर सूचना दी गई कि संदीप दस्त से पीड़ित था और उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मृत्यु हो गई। लेकिन, परिजनों ने संदीप के चेहरे पर गहरे जख्म और निशान देखकर हत्या की आशंका जताई है। इस घटना ने बाल सुधार गृह की प्रबंधन प्रणाली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
संदीप बेक के परिजनों का कहना है कि उनके बेटे के शरीर पर गहरे निशान साफ दर्शाते हैं कि उसकी हत्या की गई है। उन्होंने इस मामले में गहन और निष्पक्ष जांच की मांग की है। फिलहाल, मृतक का पोस्टमार्टम किया जा रहा है और परिणाम का इंतजार किया जा रहा है। बाल सुधार गृह की प्रबंधन अधिकारी आरती कुमारी ने मामले पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है, जिससे घटना के पीछे के कारणों पर और अधिक संदेह पैदा हो गया है।
इस घटना ने सुधार गृहों की स्थिति और उनके प्रबंधन पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिए हैं। यह मामला प्रशासन और न्यायिक प्रणाली के लिए एक बड़ी चुनौती है कि वे इस संवेदनशील मामले की जांच सही तरीके से करें और परिजनों को न्याय दिलाएं। बाल सुधार गृह में रहने वाले बच्चों की सुरक्षा और उनकी उचित देखभाल को लेकर अब समाज और प्रशासन के बीच चर्चा तेज हो गई है।