प्रयागराज : माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात प्रयागराज में हत्या कर दी गई। पुलिस दोनों को मेडिकल टेस्ट के लिए अस्पताल ले जा रही थी। पत्रकार साथ-साथ चलते हुए अतीक और अशरफ से सवाल कर रहे थे। इसी बीच तीन हमलावर पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए आए और अतीक के सिर में गोली मार दी, फिर अशरफ पर फायरिंग की। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
कॉन्स्टेबल मानसिंह को लगी गोली
हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए थे। इनके नाम लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य हैं। हमले के तुरंत बाद ही तीनों ने सरेंडर कर दिया। लवलेश बांदा, अरुण कासगंज और सनी हमीरपुर का रहने वाला है। उनसे हथियार बरामद किए गए हैं। कॉन्स्टेबल मानसिंह को भी गोली लगी है।
FIR के मुताबिक, तीनों शूटर्स ने बताया कि वो अतीक-अशरफ को मारकर UP में पॉपुलर होना चाहते थे। जब से कोर्ट ने दोनों को पुलिस कस्टडी दी, तब से वे प्रयागराज आ गए थे और मीडियाकर्मी बनकर अतीक-अशरफ को मारने की फिराक में थे। शनिवार को मौका मिलते ही उन्हें मार दिया।
योगी आदित्यनाथ की अफसरों के साथ इमरजेंसी मीटिंग
अतीक-अशरफ का शव अभी अस्पताल में है। सूत्रों के मुताबिक, 5 डॉक्टरों की टीम दोनों का पोस्टमॉर्टम करेगी। परिवार या रिश्तेदारों में अभी कोई अस्पताल नहीं पहुंचा है। योगी आदित्यनाथ ने अफसरों के साथ इमरजेंसी मीटिंग की है। उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई। संवेदनशील इलाकों में पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है।
हमने उसे त्याग दिया- आरोपी के पिता बोले
आरोपी लवलेश के पिता यज्ञ तिवारी बोले, ‘हमें जानकारी नहीं है और ना हमारा इससे कोई लेना-देना है। 5-6 दिन पहले आया था। उसका घर से कोई लेनादेना नहीं था। सालों से बोलचाल बंद है। थप्पड़ मारने के केस में जेल गया था, तब से बातचीत बंद है। नशा करता है। हमने उसे त्याग दिया है।’
दूसरे आरोपी सनी सिंह के भाई ने कहा, ‘उस पर पहले से केस दर्ज हैं अतीक-अशरफ को गोली मारने वालों में दूसरा शूटर सनी सिंह है। वह हमीरपुर का रहने वाला है। उसके भाई पिंटू सिंह ने बताया कि हम लोग 3 भाई थे, जिसमें से एक की मृत्यु हो गई। सनी के ऊपर पहले से भी मामले दर्ज हैं। वह कुछ नहीं करता था। हम उससे अलग रहते हैं। वह बचपन में ही घर छोड़कर भाग गया था।’