अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान तिरुपति के प्रसिद्ध लड्डू वितरित किए गए। मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि इस कार्यक्रम में तिरुपति के 300 किलो लड्डू प्रसाद के रूप में बांटे गए। यह समारोह 20 सितंबर 2024 को आयोजित किया गया था, जिसमें देशभर से श्रद्धालु शामिल हुए थे। इस दौरान मंदिर परिसर में भव्य आयोजन किया गया और भक्तों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
सरकार ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए व्यापक इंतजाम किए थे। हालांकि, तिरुपति लड्डू को लेकर विवाद भी सामने आया है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि लड्डू में पशु वसा का उपयोग किया गया है। इस मामले की जांच के लिए एक विशेष समिति का गठन किया गया है, जो लड्डू के नमूनों की जांच कर रही है। सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
जनता की प्रतिक्रिया भी इस मामले पर मिली-जुली रही है। कुछ लोगों ने तिरुपति लड्डू के वितरण की सराहना की है, जबकि कुछ ने लड्डू में पशु वसा के उपयोग को लेकर चिंता जताई है। सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे पर बहस छिड़ी हुई है। सरकार और मंदिर प्रशासन ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है और जांच पूरी होने तक किसी भी निष्कर्ष पर न पहुंचने की सलाह दी है।