Desk. बालासोर रेल हादसे में 288 लोगों की मौत हुई है, जबकि एक हजार से ज्यादा लोग घायल हालत में इलाज करवा रहे हैं। इस बीच इस हादसे पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दुख जताया और पीड़ितों के लिए प्रार्थना की। ह्वाइट हाउस द्वारा जारी बयान में राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि वह और उनकी पत्नी जिल बाइडन को भारत में हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना से बड़ी सदमा लगा है। भयावह हादसे में अपनों को खोने वाले परिवारों और घायलों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। अमेरिका इस दुख की घड़ी में भारत के लोगों के साथ खड़ा है।
वहीं बालासोर रेल हादसे की जांच को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गयी है। इसमें दुर्घटना से बचाने वाले ‘कवच’ सिस्टम को जल्द से जल्द लागू करने की मांग की गयी है। साथ ही पूर्व जज की अध्यक्षता में जांच आयोग बनाने की मांग की गई है। इसके अलावा, रेलवे सुरक्षा को लेकर भी पूर्व जज की अध्यक्षता में विशेषज्ञ कमिटी बनाने की मांग की गई है।
सुप्रीम कोर्ट में यह याचिका विशाल तिवारी नाम के एक वकील ने दाखिल की है। वहीं इस हादसे को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण यह दुर्घटना हुई है। उन्होंने कहा कि इस हादसे के पीछे जिम्मेदार लोगों की पहचान भी कर ली गई है। जल्द जांच रिपोर्ट सामने आ जाएगी। इस दौरान उन्होंने ये भी साफ किया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जो कवच को लेकर कहा वो सही नहीं है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हादसे का कवच से किसी प्रकार का कोई संबध नहीं है।










