झारखंड में मौसम का मिजाज इन दिनों लगातार बदल रहा है। शुक्रवार को राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश के साथ बड़े-बड़े ओले गिरने की घटना सामने आयी। इसके पीछे साइक्लोनिक सर्कुलेशन और बंगाल की खाड़ी में बने दबाव को जिम्मेदार ठहराया गया है। इस बदलाव के कारण राज्य के अधिकांश जिलों में मौसम विभाग ने 22 अप्रैल तक यलो अलर्ट जारी किया है। इन दिनों बारिश, वज्रपात और तेज़ हवाओं के कारण लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गयी है। शनिवार को पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा को छोड़कर अन्य इलाकों में गरज और तेज़ हवा के साथ बारिश होने की संभावना है। हवा की रफ्तार 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की उम्मीद है।
पिछले 24 घंटे में राज्य के कई स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश और आंधी देखने को मिली। सबसे अधिक वर्षा बहरागोड़ा में दर्ज की गयी, जहां 39.0 एमएम वर्षा हुई। तापमान में भी बड़ा अंतर देखा गया, सबसे अधिक तापमान डाल्टनगंज में 39.4 डिग्री सेल्सियस जबकि धनबाद में सबसे कम न्यूनतम तापमान 18.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 20 अप्रैल को हजारीबाग, गिरिडीह, कोडरमा, धनबाद, बोकारो, चतरा, रामगढ़, दुमका, साहिबगंज, पाकुड़, देवघर, जामताड़ा और गोड्डा में गर्जन और तेज़ हवा चलने की संभावना बनी हुई है।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बारिश और वज्रपात के दौरान विशेष सतर्कता आवश्यक है। लोगों को सलाह दी गयी है कि वे खुली जगहों पर जाने से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। 23 अप्रैल के बाद से मौसम के साफ होने की संभावना जताई जा रही है। इस अस्थिर मौसम ने खेती-किसानी पर भी असर डाला है, जहां फसलों को नुकसान पहुंच सकता है।