23 अक्टूबर 2025 को बिहार विधानसभा चुनाव के बीच हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) ने अपने 11 वरिष्ठ नेताओं को 6 वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। राष्ट्रीय प्रधान महासचिव राजेश कुमार पांडेय द्वारा जारी पत्र में कहा गया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है। निष्कासित नेताओं में बिहार प्रदेश संगठन प्रभारी राजेश रंजन, राष्ट्रीय सचिव रितेश कुमार उर्फ चुनु शर्मा, श्रवण भूईयां, नंदलाल मांझी, प्रदेश महासचिव चंदन ठाकुर, प्रवक्ता शैलेन्द्र मिश्रा, सहकारिता प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष शिव कुमार राम, पूर्णिया जिलाध्यक्ष राजेंद्र यादव, मुजफ्फरपुर कार्यकारी जिलाध्यक्ष बैजु यादव, मंजू सरदार, और बीके सिंह शामिल हैं। सभी पर पार्टी नीतियों और अनुशासन के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया गया है।
पत्र में कहा गया कि ये नेता संगठन में गुटबाजी और अनुशासनहीनता में लिप्त थे। यह कार्रवाई विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी के आंतरिक अनुशासन को कठोर करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। हम पार्टी ने कहा कि यह फैसला पार्टी को मजबूत बनाने और झारखंडी हितों की रक्षा के लिए लिया गया है। निष्कासित नेताओं में कई पुराने और सक्रिय सदस्य शामिल हैं, जो संगठन के लिए एक झटका माना जा रहा है। पार्टी का यह कदम महागठबंधन में RJD-कांग्रेस के साथ गठबंधन की समीक्षा के बाद आया है, जो पहले ही टूट चुका है।
यह निष्कासन बिहार चुनावी माहौल को और तीखा कर सकता है। हम पार्टी ने कहा कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं होगी, और यह कदम पार्टी को एकजुट रखने के लिए जरूरी था। सुदिव्य कुमार जैसे झारखंड नेता ने पहले ही गठबंधन पर विश्वासघात का आरोप लगाया था। अब हम का यह फैसला पार्टी की रणनीति को पुनर्गठित करने का संकेत देता है।










