नई दिल्ली : 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा संगठन में बड़ा बदलाव कर सकती है। पीएम नरेंद्र मोदी के अंतिम मोहर लगने के बाद संगठन में बड़ा बदलाव होगा। बताया जाता है कि यूपी समेत कई राज्यों के चुनाव प्रभारी बदले जा सकते हैं। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर संगठन को नए सिरे से गढ़ने की तैयारी है। इस बीच 24 चुनाव से पहले 4 राज्यों के विधानसभा चुनाव में जीत पर भी भाजपा की नजर है। संगठन में बड़े बदलाव को लेकर अमित शाह, जेपी नड्डा, और बीएल संतोष ने दो दिनों तक मंथन भी किया है।
यूपी प्रभारी के लिए इन नामों पर चला मंथन
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यूपी प्रभारी के लिए धर्मेंद्र प्रधान, सीआर पाटिल, भूपेंद्र यादव के नाम पर मंथन चला है। धर्मेंद्र प्रधान को 2022 विधानसभा चुनाव का यूपी में प्रभारी बनाया गया था। धर्मेंद्र प्रधान ने यूपी चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया था। वहीं सीआर पाटिल के गुजरात का प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए बीजेपी ने बड़ी जीत दर्ज की थी। सीआर पाटिल के बूथ मैनेजमेंट की तारीफ पीएम मोदी ने कार्यकारिणी की बैठक में भी की थी। भूपेंद्र यादव को संगठन के बड़ा अनुभव को देखते हुए बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।
कर्नाटक में मिली करारी हार के बाद एक बार फिर रिसेट करने के मूड में बीजेपी
भाजपा सूत्रों के मुताबिक, कर्नाटक में पार्टी की करारी हार के बाद पार्टी अपने समीकरणों को एक बार फिर से ‘रिसेट’ करने के मूड में है। पार्टी के शीर्ष नेताओं का मानना है कि जिस तरह से कांग्रेस ने लोकप्रिय योजनाओं के सहारे हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में मतदाताओं को अपनी ओर खींचा है, उससे 2024 में पार्टी के सामने कई राज्यों में बड़ी चुनौती मिल सकती है। इसे देखते हुए पार्टी को अपनी रणनीति में बदलाव करने की जरूरत है और इस पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।
इन 4 विधानसभा चुनावों को 2024 के सेमीफाइनल की तरह देख रही पार्टी
सबसे ज्यादा बदलाव आगामी चुनावी राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना को लेकर देखने को मिल सकते हैं क्योंकि लोकसभा चुनाव के पहले हो रहे इन विधानसभा चुनावों को 2024 के सेमीफाइनल की तरह से देखा जा रहा है। यही कारण है कि इन चुनावों की महत्ता बहुत ज्यादा बढ़ गई है। भाजपा इन राज्यों में बेहतर प्रदर्शन कर 2024 के लिए अपनी दावेदारी मजबूत करना चाहती है। इसे देखते हुए इन राज्यों में पार्टी के विशेष बड़े नेताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
जल्द ही कुछ लोकप्रिय घोषण कर सकते हैं पीएम मोदी
नए समीकरणों में भाजपा नए सहयोगियों के साथ सामाजिक और जातीय समीकरणों को साधते हुए नई योजनाओं के सहारे अपने वोट बैंक को साधने की कवायद कर सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही कुछ अन्य लोकप्रिय घोषणाओं के साथ सामने आ सकते हैं जिससे विपक्ष के वार को भोथरा किया जा सके, संगठन में बदलाव इसकी एक अहम कड़ी साबित हो सकता है।










