रांची : झारखंड राज्य के सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षकों एवं कर्मियों को अप्रैल माह से वेतन का भुगतान ई-विद्यावाहिनी में दर्ज उपस्थिति के आधार पर होगा। इस माध्यम से उपस्थिति नहीं बनानेवाले शिक्षकों एवं कर्मियों का वेतन भुगतान नहीं होगा। इसे सुनिश्चित करने के लिए ई-विद्यावाहिनी मोबाइल ऐप के नए वर्जन में मैनुअल उपस्थित की सुविधा हटा ली गई है।
अब सभी शिक्षक एवं कर्मियों द्वारा ऑनलाइन उपस्थिति ही दर्ज की जाएगी। साथ ही ई-विद्यावहिनी को अपडेट करते हुए शिक्षकों एवं कर्मियों की उपस्थिति दर्ज करने हेतु जीईओ लोकेशन का दायर विद्यालय के जीईओ को-आर्डिनेट्स से 100 मीटर के अंदर कर दिया गया है।
सरकार ने जारी किया दिशा-निर्देश
झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किया गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला शिक्षा अधीक्षक को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि ई-विद्यावाहिनी पोर्टल को अपडेट किया गया है। पोर्टल से अब शिक्षकों के मैनुअल उपस्थिति बनाने का विकल्प समाप्त कर दिया गया है। अब केवल ऑनलाइन उपस्थिति ही दर्ज होगा। शिक्षक के साथ-साथ विद्यालय के कर्मचारियों के लिए भी इसे अनिवार्य कर दिया गया है।
सख्ती से हो अनुपालन
झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की निदेशक किरण कुमारी पासी ने इसकी जानकारी सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला शिक्षा अधीक्षकों को देते हुए इसका सख्ती से अनुपालन कराने को कहा है। उनके अनुसार, यह नई व्यवस्था कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों, झारखंड बालिका आवासीय विद्यालयों तथा नेताजी सुभाषचंद्र बोस आवासीय विद्यालयों पर भी लागू होगी।
अंगूठा लगाने से दर्ज होगी उपस्थिति
बताते चलें कि सरकारी विद्यालय में शिक्षकों के लिए ऑनलाइन उपस्थिति बनाना अनिवार्य है, पर अब तक शिक्षक विद्यालय व शिक्षक के लॉगिन में बिना बायोमीट्रिक के भी शिक्षक के नाम के सामने मोबाइल में टच करने से उनकी उपस्थिति दर्ज हो जाती थी। अब शिक्षक व कर्मचारी जब तक अपना अंगूठा नहीं लगायेंगे, उनकी उपस्थिति दर्ज नहीं होगी।
बायोमिट्रिक रजिट्रेशन एवं उपस्थिति से संबंधित रिपोर्ट जारी
परियोजना निदेशक के अनुसार सभी सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में कार्यरत सभी प्रकार के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों का का आंकड़ा ई-विद्यावाहिनी के माध्यम से संधारित किया जाना है। साथ ही सभी शिक्षकों एवं कर्मियों को अपनी उपस्थिति ई-विद्यावाहिनी में दर्ज करना है। प्रखंड एवं जिला स्तर से उक्त कार्य के अनुश्रवण हेतु टीचर एमआईएस ऑप्शन में बायोमिट्रिक रजिट्रेशन एवं उपस्थिति से संबंधित रिपोर्ट उपलब्ध कराया गया है।
उपस्थिति नहीं होने पर इनको करेंगे रिपोर्ट
यदि किसी शिक्षक या कर्मी का किसी कारण से ई-विद्यावाहिनी में बायोमिट्रिक रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है तो वैसी स्थिति में जिला शिक्षा पदाधिकारी अपनी उपस्थिति में सहायक कंप्यूटर प्रोग्रामर द्वारा इस कार्य को पूरा करवाने का प्रयास करेंगे। बायोमिट्रिक उपस्थिति नहीं होने की स्थिति में जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा संबंधित शिक्षक का कारण सहित प्रतिवदेन राज्य परियोजना कार्यालय को उपलब्ध कराया जाएगा।