पटना: बिहार के वित्त मंत्री विजय चौधरी ने साल 2023-24 के लिया राज्य का बट पेश किया. वित्तीय वर्ष 2023–24 में 2 लाख 61 हजार 885 करोड़ का बजट पेश किया गया. साल 2022-23 में बजट 2,37,691 करोड़ का था. इस बार के बजट में सरकार ने नौकरियों पर मेहरबानी दिखाने की कोशिश कि है. 10 लाख नौकरियों देने की बात दोहराई गई है. BPSC से 49 हजार, BTSC में 12 हजार और BSSC में 29 सौ भर्तियां होंगी, पुलिस में विभिन्न पदों पर 75 हजार नियुक्ति की जाएगी वहीं शिक्षा विभाग में नई भर्तियों की भी बात कही गई है.
रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और महिलाओं पर फोकस
वित्त मंत्री विजय चौधरी के बजट में रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और महिलाओं पर फोकस रहा. वित्त मंत्री इस बार लाल रंग की जगह मैरून कलर का सूटकेस लेकर विधानसभा पहुंचे. उन्होंने एक बार फिर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की.
ई-रिक्शा और एंबुलेंस के लिए सरकार अनुदान देगी
नारी शक्ति योजना के लिए 60 करोड़
बालिका साइकिल योजना के लिए 50 करोड़
बालिका पोशाक योजना के लिए 100 करोड़
मैट्रिक में फर्स्ट आने वालों के लिए 94 करोड़
मदरसे के पुर्ननिर्माण के लिए 40 करोड़
PMCH के विस्तार के लिए 5540 करोड़
गांव में टेली मेडिसिन की सुविधा दी जा रही है
21 सदर अस्पतालों को मॉडल अस्पताल बनाया जाएगा
पशु पालकों के लिए 525 करोड़
सोलर लाइट के लिए 392 करोड़
6 जगहों पर रोप-वे बनाया जाएगा
संस्कृत शिक्षकों को 7वें वेतनमान का लाभ मिलेगा
मुजफ्फरपुर और पूर्णिया में खादी मॉल बनेगा
वित्त मंत्री ने कहा कि 10 वर्षों में बजट का आकार 3 गुना बढ़ा है. बिहार की आर्थिक वृद्धि दर 10.98 फीसदी रही. जब कि देश की आर्थिक वृद्धि दर 6 प्रतिशत रही. ये राज्य की योजनाओं की वजह से है. सरकार की नीतियों की वजह से ये संभव हो पाया है. 10 सालों में बिहार की उपलब्धियां लगातार बढ़ रही हैं.
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