बॉम्बे हाई कोर्ट ने हाल ही में बदलाापुर यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी की मुठभेड़ में हत्या पर पुलिस को कड़ी फटकार लगाई है। कोर्ट ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि आरोपी को सिर में गोली मारना उचित नहीं था और यह मुठभेड़ नहीं बल्कि एक सुनियोजित हत्या प्रतीत होती है। यह घटना तब हुई जब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए छापा मारा था। पुलिस का दावा है कि आरोपी ने भागने की कोशिश की और आत्मरक्षा में गोली चलाई गई, लेकिन कोर्ट ने इस दावे को खारिज कर दिया और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। कोर्ट ने यह भी कहा कि पुलिस को कानून के दायरे में रहकर ही कार्रवाई करनी चाहिए थी।
इस घटना के बाद जनता की राय बंटी हुई है। कुछ लोग पुलिस की कार्रवाई को सही ठहरा रहे हैं, क्योंकि आरोपी का अपराध बहुत ही जघन्य था। वहीं, दूसरी ओर, कई लोग पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर सवाल उठा रहे हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में अपनी सफाई देते हुए कहा है कि उन्होंने कानून के दायरे में रहकर ही कार्रवाई की है, लेकिन कोर्ट के आदेश के बाद अब इस मामले की गहन जांच की जा रही है। जनता और मीडिया की नजरें अब इस मामले की जांच पर टिकी हैं और सभी को निष्पक्ष न्याय की उम्मीद है।










