आज दिनांक 10 जून से डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविधालय, रांची में स्नातक प्रथम सत्र (23-27) के दो पत्र एनवायरमेंटल स्टडीज तथा अंडरस्टैंडिंग इंडिया की परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट मोड में प्रारंभ की गई . यह परीक्षा अगले चार दिनों तक चलेगी । परीक्षा को तीन पालियों में लिया गया जिसमें क्रमशः प्रथम पाली में 300 में 294,दूसरी पाली में 303 में 284 तृतीय पाली में 299 में 280 विद्यार्थी शामिल हुए। संपूर्ण परीक्षा प्रारूप विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा ही तैयार किया गया है । परीक्षा विश्वविधालय के नये भवन के पाँच लैब क्रमशः बीएससी आईटी , जिसकी क्षमता 100 है, बीएससी सीए , जिसकी क्षमता 100 है , एमसीए, जिसकी क्षमता 60 है , एमएससी आईटी जिसकी क्षमता 50 है अथवा एमसीए विभाग के ई लाइब्रेरी जिसकी क्षमता 50 है में उन सभी परीक्षा को संचालित किया गया ।
परीक्षा का संचालन परीक्षा नियंत्रक डॉ आशीष गुप्ता और आईटी इंचार्ज डॉ आई एन साहू की देख रेख में किया गया। इस ऑनलाइन मोड परीक्षा के विषय में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने विस्तार से बताते हुए कहा कि वर्तमान सत्र से विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम और परीक्षाएं संचालित की का रही है। आज उसी क्रम में अंडरस्टैंडिंग इंडिया और एनवायरमेंटल साइंस की परीक्षाएं प्रारंभ की गई है। इन दोनों पत्रों की सामग्री और मॉडल प्रश्न विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों की टीम के द्वारा तैयार कर उसे विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर उपलब्ध करा दिया गया है, जो विद्यार्थियों के लिए काफी उपयोगी साबित हो रहा है। आगे उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय का यह प्रयास है कि NEP के तहत जो भी विद्यार्थियों के लिए पूर्व से पठित पाठ्यक्रम नहीं होगा उसे विश्वविद्यालय के शिक्षकों के द्वारा एक पठनीय सामग्री बनाकर उपलब्ध कराया जाएगा। इस दौरान कुलपति dr तपन कुमार शांडिल्य ने विभिन्न लैबों में चल रही परीक्षाओं का निरीक्षण किया और परीक्षार्थियों को शुभकामनाएँ दी । यह जानकारी पीआरओ प्रो राजेश कुमार सिंह ने दी।