Desk. कुख्यात माफिया और बाहुबली अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की तीन अपराधियों ने पुलिस कस्टडी में कल रात हत्या कर दी। साथ ही तीनों ने उसी दौरान पुलिस को सरेंडर कर दिया। तीनों की पहचान अरुण, सनी और लवलेश के रूप में हुई है, जो यूपी के अलग-अलग जिलों से है। तीनों आपराधिक पृष्ठभूमि से हैं।
अरुण हत्या के एक मामले में शामिल है, जबकी सनी के खिलाफ 14-15 मामले दर्ज हैं। इसके अलावा तीसरे आरोपी लवलेश के खिलाफ भी मामला दर्ज है। बताया जा रहा है कि अतीक और अशरफ के हत्यारों से पूछताछ में पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे हैं। हत्यारों ने प्रयागराज में रुकने के लिए होटल लिया था। वे यहां 48 घंटे तक इस होटल को अपना ठिकाना बनाया था। अब पुलिस होटल के स्टाफ से पूछताछ कर रही है।
शूटर लवलेश बांदा के पैलानी तहसील क्षेत्र के लौमर गांव का रहने वाला है। उसकी फैमिली बांदा के कटरा मोहल्ले में किराये के मकान में रहती है। इसके पिता का नाम यज्ञ दत्त तिवारी है, जो एक बस ड्राइवर हैं। यज्ञ तिवारी प्राइवेट बसों को चलाने का काम करते हैं और अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं।
सनी सिंह हमीरपुर जिले के कुरारा कस्बे का रहने वाला है। वो कुरारा पुलिस थाने का हिस्ट्रीशीटर है, जिसकी हिस्ट्रीशीट नंबर 281A है। उसके खिलाफ करीब 15 केस दर्ज हैं। वह बीते 10 साल से अपने घर नहीं आया है। सनी के पिता जगत सिंह और मां की मौत हो चुकी है।
वहीं अरुण उर्फ कालिया सोरों थाना क्षेत्र के बघेला पुख्ता का रहने वाला है। वह छह साल से बाहर रह रहा था। उसके माता-पिता की मौत करीब 15 पहले हो चुकी थी। अरुण ने जीआरपी थाने में तैनात पुलिसकर्मी की हत्या कर दी थी, जिसके बाद से ही वो फरार है।