जब से बीजेपी ने सीएम के तत्कालीन प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का का वीडियो जारी किया है. उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आएएस राजीव अरुण एक्का को समन भेजकर बुधवार को ईडी के रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में उपस्थित होने को कहा है. सूत्रों के मुताबिक विशाल चौधरी के घर जब ईडी ने छापेमारी की थी. तब, उसका मोबाइल जब्त किया गया था. उसी मोबाइल में अरुण एक्का जुड़ी कुछ साक्ष्य ईडी को मिले हैं. जिसमें, मनी लॉड्रिंग की पुष्टि हुई है. ईडी राजीव अरुण एक्का से ये जानने की कोशिश कर सकती है कि उसका विशाल चौधरी से क्या संबंध है. क्या दोनों के बीच पैसों का लेन-देन भी होता है. गौरतलब है कि राजीव अरुण एक्का झारखंड के तीसरे ऐसे आईएएस हैं, जिनसे ईडी पूछताछ करेगी. इससे पहले पूजा सिंघल और साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव से ईडी पूछताछ कर चुकी है. बीजेपी का वीडियो जारी होने के बाद राजीव अरुण एक्का को सीएम के प्रधान सचिव के पद से हटा दिया गया. उन्हें सूचना एवं जनसंपर्क, गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था. उन सभी विभागों से हटाकर उन्हें पंचायती राज विभाग का प्रधान सचिव बना दिया गया.