प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ‘वोट के लिए नकद’ मामले में कई स्थानों पर छापेमारी की है। ED के सूत्रों के अनुसार, इस मामले में लगभग ₹125 करोड़ की काली कमाई को सफेद किया गया हो सकता है। छापेमारी अहमदाबाद, मालेगांव, नासिक और मुंबई में चल रही है। इस छापेमारी का उद्देश्य वित्तीय अनियमितताओं का पता लगाना और वोट खरीदने के प्रयासों से जुड़े धन के प्रवाह को ट्रेस करना है। ED की टीमों ने 13 स्थानों पर अहमदाबाद में, तीन स्थानों पर सूरत में, दो स्थानों पर मालेगांव और नासिक में, और पांच स्थानों पर मुंबई में छापेमारी की है.
छापेमारी के दौरान मिली जानकारी
सूत्रों के अनुसार, ED का यह ऑपरेशन मुख्य रूप से धन के प्रवाह, संभावित रिश्वत और अन्य वित्तीय लेनदेन को ट्रेस करने पर केंद्रित है जो मतदाताओं को प्रभावित करने से जुड़े हो सकते हैं। ED के सूत्रों के अनुसार, लगभग ₹125 करोड़ की काली कमाई को मतदाताओं को प्रभावित करने के इरादे से सफेद किया गया हो सकता है। ED विशेष रूप से उन संदिग्धों के बैंक खातों को निशाना बना रही है जिन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों का दुरुपयोग करके धन शोधन को अंजाम दिया है। “संदिग्धों पर अवैध धन को छिपाने और पहचान से बचने के लिए इन खातों का उपयोग करने का आरोप है। जांच का उद्देश्य अवैध धन के प्रवाह को ट्रेस करना और इन बैंक खातों के दुरुपयोग की सीमा का पता लगाना है,” छापेमारी ऑपरेशन से जुड़े अधिकारियों ने कहा।