रांची : झारखंड में 60/40 नियोजन नीति के विरोध में अपनी आवाज बुलंद करने के लिए छात्र संगठन ने मंगलवार को मशाल जुलूस निकाला। झारखंड बंद की पूर्व संध्या पर छात्रों का यह जुलूस जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम से अल्बर्ट एक्का चौक तक गया। इस दौरान छात्रों कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती, इसी तरह से आंदोलन जारी रहेगा। 19 अप्रैल को झारखंड बंद ऐतिहासिक होगा
सीएम आवास घेराव करने पहुंचे छात्रों को किया गया था डिटेन
झारखंड नियोजन नीति 60-40 के विरोध में छात्र संगठनों का 72 घंटे का आंदोलन सोमवार से ही शुरू हो गया है। बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं सीएम आवास घेरने पहुंचे थे। वे लोग कांके रोड राम मंदिर के पास बैरिकेडिंग पार करने का प्रयास करने लगे। उन्हें रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था। इसमें कई छात्रों के सिर फूट गये थे। कई के पीठ व पैर में चोट लगे थे। सड़क पर पुलिस और छात्रों के बीच नोंकझोक देखी गई।
जनवरी 2022 से ही लगातार आंदोलन जारी
आपको बताते चलें कि, झारखंड में नियोजन नीति को लेकर जनवरी 2022 से ही लगातार उग्र आंदोलन जारी है। दरअसल, फरवरी 2020 में हेमंत सोरेन सरकार नई नियोजन नीति लाई थी। इसमें, राज्य की तृतीय एवं चतुर्थवर्गीय नौकरियों में आवेदन के लिए झारखंड से ही 10वीं-12वीं पास करने की अनिवार्यता रखी गई थी। अभ्यर्थियों के लिए झारखंड की स्थानीय भाषा, संस्कृति एवं परिवेश की बुनियादी जानकारी रखना अनिवार्य किया गया था। क्षेत्रीय भाषा की सूची से हिंदी को हटाकर उर्दू भाषा को शामिल किया गया था। दिसंबर 2022 में झारखंड हाईकोर्ट ने इसे असंवैधानिक बताते हुए रद्द कर दिया।