समाहरणालय स्थित सभागार में उपायुक्त शेखर जमुआर की अध्यक्षता में बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की बैठक की गई। बैठक में सर्वप्रथम मिशन वत्सल्य की संछिप्त जानकारी दी गई। डिसिपीओ द्वारा प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया गया कि इस योजना का उद्देश्य कठिन परिस्थितियों में बच्चों को समग्र देखभाल और सुरक्षा प्रदान करना है। इसमें देखभाल और सुरक्षा की आवश्यकता वाले बच्चे, कानून का उल्लंघन करने वाले बच्चे और सड़क पर रहने वाले बच्चे शामिल हैं। वैसे बच्चों को मिशन वत्सल्य के तहत सहायता पहुंचाई जाती है। बैठक में बाल कल्याण समिति द्वारा चाइल्ड लेबर, बाल विवाह, ट्रैफिकिंग समेत अन्य मामलों में अप्रेल से मई माह में दर्ज हुए मामले एवं निष्पादित मामलों से अवगत कराया गया। बैठक में पुलिस अधीक्षक द्वारा बाल कल्याण समिति के सदस्यों को निदेशित किया गया कि किसी भी बच्चों की गुमशुदगी या अन्य प्रकार के मामलों को पुलिस विभाग के संग जरूर साझा करें। जिससे वैसे मामलों में तत्परता से कार्रवाई की जा सके।
बाल विवाह एवं बच्चों के संग क्रूरता या शोषण दुर्व्यवहार संबंधित मामलों पर अविलंब कार्रवाई को लेकर डिस्ट्रिक्ट एक्शन प्लान बनाने पर भी चर्चा की गई। बैठक के अंत में बताया गया कि कोई भी बच्चा या संबंधित वयस्क चाइल्डलाइन 1098 हेल्पलाइन डायल कर सकता है, जो रात-दिन संचालित होती है। बैठक में मुख्य रूप से पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडेय, उप विकाज़ आयुक्त पशुपतिनाथ मिश्रा, सिविल सर्जन गढ़वा डॉक्टर अशोक कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी प्रमेश कुशवाहा, जिला योजना पदाधिकारी संजीव कुमार सिंह समेत डीसीपीओ अशोक नायक, सी.डब्लू.सी. के अध्यक्ष प्रणव कुमार, सदस्य मनोज कुमार दुबे, मुकेश कुमार सिंह, राजीव रंजन तिवारी, सीडीपीओ समेत अन्य संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।