आज किसान मेला 2024 का आयोजन कृषि विज्ञान केन्द्र, गढ़वा में किया गया। किसान मेला का शुभारंभ अपर समाहर्ता, मतियस विजय टोप्पो द्वारा फीता काटकर किया गया। कार्यक्रम में अपर समाहर्ता समेत अन्य उपस्थित गणमान्य पदाधिकारियों का कृषि महा विद्यालय गढ़वा की छात्राओं द्वारा पुष्प गुच्छ भेंट कर सभी अतिथियों का स्वागत किया गया। वहीं राष्ट्रगान के साथ कृषि मेला का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान कृषि विज्ञान केंद्र डॉ अशोक कुमार द्वारा स्वागत भाषण देते हुए कार्यक्रम में अपर समाहर्ता समेत सभी का स्वागत किया गया। कार्यक्रम में संबोधित करते हुए अपर समाहर्ता ने कहा कि कृषि मेले में आकर बहुत खुशी महसूस हो रही है। यहां प्रदर्शनी में लगाए गए फसलों को देख काफी अच्छा लगा है। आप सभी किसान काफी मेहनती है, इसी प्रकार से आप कृषि विभाग से मिलने वाले सभी योजनाओं का लाभ लें एवं खूब तरक्की करें। उन्होंने सभी किसानों से अनुरोध किया कि यहां लगे विभिन्न स्टॉल में जाकर आप महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करें। जिससे आपको खेती में सहयोग मिल सके। हमारा देश कृषि प्रधान देश है, आप हमारे अन्न दाता है। आपके सहयोग से ही देश आगे बढ़ रहा है। किसान मेला का आप अधिक से अधिक लाभ उठाएं। साथ हीं मतस्य पालन, बत्तख पालन समेत अन्य योजनाओं का भी लाभ उठाएं। सब्सिडी से मिलने वाले यंत्र को भी आवश्य लें जिससे खेती में आपको सहयोग मिलेगा। उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा आयोजित किसान मेला की काफी सराहना किया। मेला के आयोजन में लगे सभी पदाधिकारियों के प्रति उन्होंने आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा भी खेती से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई। चना, सरसो समेत अन्य खेती को लेकर कृषि विशेषज्ञ द्वारा कई तकनीकी जानकारी दी गई। जिससे किसान अच्छी फसल उगा सके। वहीं कार्यक्रम में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा मिट्टी की जांच कराने के संबंध में जानकारी दी गई, हर घर केसीसी योजना की जानकारी देते हुए फॉर्म किसान मित्र के माध्यम से भरकर जमा करने को कहा गया, जिससे सब्सिडी के आधार पर बिना ब्याज दर पर ऋण देने की बात कही गई। कृषि ऋण माफी योजना की जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2020 से पहले लिए गए 50 हज़ार तक के ऋण सरकार द्वारा माफ करने की योजना की जानकारी दी गई। इसके लिए आवश्यक दस्तावेज जमा करने को कहा गया। गर्मा मूँग एवं खाद्य किसानों के बीच वितरित करने की योजना की भी जानकारी दी गई। जिला कृषि पदाधिकारी ने अच्छे से खेती सीखने हेतु किसानों को अन्य राज्यों में भेजकर प्रशिक्षण देने की भी जानकारी दी गई। सब्सिडी पर पंप सेट, स्प्रेयर समेत अन्य यंत्रों के वितरण की जानकारी दी गई। प्रेयर उन्होंने कहा कि किसान कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी रखे और योजनाओं का लाभ उठाएं।
कार्यक्रम में कई किसानो द्वारा अपने खेती के अनुभव को भी साझा किया गया। किसान अयोध्या बिन्द द्वारा स्ट्रॉबेरी की खेती के अनुभव को साझा किया गया एवं अन्य को भी स्ट्रॉबेरी की खेती करने हेतु प्रेरित किया गया। उन्होंने बताया कि 4 वर्ष पूर्व से वह स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे है एवं इससे वह अच्छा मुनाफा कमा रहे है और उन्हें काफी फायदा मिल रहा है। वर्तमान में वह कम पानी के इस्तेमाल से सेब, अंगूर एवं बैर की खेती का भी प्रयास कर रहे है। कार्यक्रम में कई किसानों ने हॉर्टिकल्चर समेत अन्य से जुड़े खेती की समस्या से जुड़े प्रश्न खेती विशेषज्ञ स पूछा, विशेषज्ञ द्वारा सभी प्रश्नों के उत्तर दिए गए एवं समस्या का समाधान किया गया।
कृषि मेला में कुल 14 स्टॉल लगाकर किसानों को खेती से जुड़ी जानकारी दी गई। इनमें मुख्य रूप से आत्मा कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण, किसान समाधान केंद्र, झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, राष्ट्रीय उन्मूलन कार्यक्रम, कृषि पशुपालन सहकारिता विभाग, मत्स्य विभाग, कृषि विज्ञान केंद्र, वीएनआर फसल एवं सब्जी, कलश सीड्स प्राइवेट लिमिटेड, यूनिसेम एग्रीटेक प्राइवेट लिमिटेड बैंगलोर, मंझिआंव फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, नाबार्ड वित्त पोषित एफपीओ, इफ्को नैनो यूरिया तरल, शक्ति सीड्स प्राइवेट लिमिटेड हैदराबाद द्वारा स्टॉल लगाया गया। कृषि मेला में क्षेत्र के किसानों द्वारा अपने उपजाए हुए फसलों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। अपर समाहर्ता द्वारा सभी स्टॉल एवं प्रदर्शनी का निरीक्षण किया गया। प्रदर्शनी में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले किसानों को प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ हीं अच्छे स्टॉल के आयोजन को लेकर भी पुरुस्कार एवं प्रशस्तिपत्र प्रदान किया गया।
कृषि फसल प्रदर्शनी में किसान अयोध्या बिन्द को गाजर की प्रदर्शनी के लिए प्रथम पुरस्कार, आलू के लिए सुनील कुमार मेहता को प्रथम पुरस्कार, दिलीप कुमार सिंह द्वितीय पुरुस्कार, रानू देवी तृतीय पुरस्कार, सकरकंद के लिए आनंद कुमार मेहता को प्रथम पुरस्कार, दिलीप कुमार सिंह को द्वितीय पुरुस्कार, लेमन ग्रास के लिए रानू देवी को प्रथम पुरस्कार, आनंद मेहता को द्वितीय पुरुस्कार, गिलोय के लिए प्रथम पुरस्कार सुशील कुमार, फूल गोबी के लिए अनिता देवी को प्रथम एवं विजय सिंह को द्वितीय पुरुस्कार, पत्ता गोभी के लिए मनोज कुमार तिवारी को प्रथम एवं साथी देवी को द्वितीय पुरुस्कार, विशिष्ट पुरुस्कार के रूप में चिया, काला आलू समेत अन्य के लिए रानू देवी को प्रथम पुरस्कार दिया गया। स्ट्रॉबेरी के लिए प्रथम पुरस्कार अयोध्या बिन्द एवं द्वितीय पुरुस्कार नागवंती देवी, सेम के लिए प्रथम पुरस्कार शिवनाथ कुशवाहा एवं द्वितीय पुरुस्कार सुशील कुशवाहा को दिया गया। चुकुन्दर के लिए सुनील कुमार को प्रथम, साथी देवी को द्वितीय पुरुस्कार दिया गया। मिर्च के लिए कविता देवी प्रथम, विद्या देवी को द्वितीय पुरुस्कार। अमरूद के लिए ब्रजेश कुमार तिवारी को प्रथम, राम रेखा महतो को द्वितीय पुरुस्कार दिया गया। गोल बैगन के लिए रामाशीष मेहता को प्रथम, शिव नाथ कुशवाहा को द्वितीय। लंबा बैगन के लिए प्रदीप कुमार को प्रथम, शिव नाथ कुशवाहा को द्वितीय पुरुस्कार दिया गया। ब्रोकली के लिए साथी देवी, टमाटर के लिए रामाशीष मेहता समेत अन्य किसानों को मंच पर आमंत्रित कर अपर समाहर्ता द्वारा पुरुस्कार स्वरूप बाल्टी, कुदाल, कढ़ाई एवं प्रशस्तिपत्र देते हुए सम्मानित किया गया। स्टॉल के लिए प्रथम पुरस्कार सखी मंडल को दिया गया, एफपीओ मंझिआंव को द्वितीय पुरस्कार दिया गया स्टॉल के लिए, वीएनआर क्रॉप फील्ड्स को तृतीय पुरस्कार स्टॉल के लिए दिया गया। कार्यक्रम में कृषि महाविद्यालय के छात्र द्वारा संस्कृति गीत भी गाया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से डीडीएम लक्ष्मण कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी शिव शंकर प्रसाद, डीएचओ रविशंकर प्रसाद, डीएससीओ चंद्र किशोर प्रसाद, डीसीओ नीलम कुमारी, डीएएचओ डॉ गिरजा सागर सिंह, कृषि महाविद्यालय गढ़वा के शिक्षक, डॉ शिबा, डॉ राहुल, डॉ जया , वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान कृषि विज्ञान केंद्र डॉ अशोक कुमार, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ राजीव कुमार, डॉ सुषमा ललिता बाखला, डॉ अमरेश चंद्र पांडेय, एस आर एफ नौलेश कुमार एवं अन्य सहयोगी, काफ़ी संख्या में विभिन्न प्रखंड से आए पुरूष एवं महिला किसान, कृषक मित्र समेत अन्य संबंधित उपस्थित थे।