लिवर हमारे शरीर का सबसे बड़ा अंदरुनी ठोस अंग है। लिवर शरीर के लिए फैक्ट्री का काम करता है। लिवर हमारे शरीर में 500 से अधिक काम करते हैं। लिवर प्रोटीन, कोलेस्ट्रॉल, हार्मोन सहित कई महत्वपूर्ण चीजों को बनाता है जो शरीर के लिए जरूरी है। लिवर ही भोजन में जाने वाले सभी तरह के जहर को निकालकर बाहर फेकता है।
लिवर अपनी सफाई भी खुद कर लेता है। लिवर खराब होने लगे तो हमारे पेट में भोजन पचेगा ही नहीं। इसलिए अगर लिवर खराब हो जाए तो जिंदगी पर संकट आने लगता है। लिवर की कई बीमारियां होती हैं। इनमें एक है असाइटीस। इसे जलोदर भी कहा जाता है। इस बीमारी में पेट में पानी भर जाता है। जब बीमारी गंभीर हो जाती है तब पानी या फ्लूड छाती और फेफड़े में पहुंचने लगता है। इस स्थिति में कुछ निगलना भी मुश्किल हो जाता है। सांस लेने में भी तकलीफ होने लगती है।
असाइटीस बीमारी में शुरुआत में बहुत ही सामान्य लक्षण दिखते हैं जिसके कारण लोग नजरअंदाज कर देते हैं। आमतौर पर कमजोरी और थकान पहले दिखते हैं लेकिन जैसे ही बीमारी बढ़ती है शरीर के कई अंगों में सूजन होने लगती है। आइए जानते हैं कि लिवर में पानी भरने के क्या-क्या लक्षण है।
क्यों लिवर में भरता है पानी
होपकिंस मेडिकल के मुताबिक असाइटीस बहुत घातक बीमारी है। आमतौर पर जब लिवर में सिरोसिस नाम की बीमारी होती है तब लिवर में पानी भरना शुरू हो जाता है। सिरोसिस का मुख्य कारण अधिक अल्कोहल का सेवन करना है। हालांकि हार्ट संबंधी कुछ जटिलताएं, डायबिटीज में डायलिसिस, प्रोटीन का बहुत कम हो जाना और कुछ प्रकार के इंफेक्शन के कारण भी असाइटीज या जलोदर हो सकता है।
पानी भरने के क्या-क्या है लक्षण
1. पेट में सूजन-जलोदर जब गंभीर हो जाता है तब पेट बड़ा होने लगता है। इसमें सूजन होने लगती है।
2. वजन का बढ़ना-असाइटीस में बिना डाइट बढ़ाए ही वजन बढ़ जाता है। खासकर पेट बहुत फूल जाता है।
3. पेट भरा हुआ महसूस होना– जब जलोदर होता है तब पेट हमेशा भरा हुआ महसूस होता है और पेट भारी लगता है।
4. पेट से संबंधित समस्या-चूंकि लिवर का सीधा संबंध पाचन से है। इसलिए जब जलोदर होता है तब खाना सही से नहीं पचता। पेट में ब्लॉटिंग रहता है। उल्टी और मतली की भी शिकायत रहती है।
5. पैरों में सूजन-जलोदर होने पर निचले पैर में सूजन होने लगती है। पेट के उपर भी सूजन दिखती है।
6. सांस लेने में तकलीफ-गंभीर स्थिति में सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
7. बवासीर-असाइटीस होने पर बवासीर भी हो जाता है। इससे काफी तकलीफ होती है।