नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने भवन के निर्माण में लगे श्रमजीवियों को सम्मानित किया। इससे पहले, प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की और हवन और पूजा कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके बाद उन्होंने संसद भवन में सेंगोल स्थापित कर 20 पंडितों से आशीर्वाद लिया।
हम सभी देशवासियों के लिए अविस्मरणीय
नए संसद भवन का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन हम सभी देशवासियों के लिए अविस्मरणीय है। संसद का नया भवन हम सभी को गर्व और उम्मीदों से भर देने वाला है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह दिव्य और भव्य इमारत जन-जन के सशक्तिकरण के साथ ही राष्ट्र की समृद्धि और सामर्थ्य को नई गति और शक्ति प्रदान करेगी।
वर्तमान संसद भवन कई ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी
नए संसद भवन के उद्घाटन के दूसरे चरण की शुरुआत हो गई है। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने कहा कि वर्तमान संसद भवन कई ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा है। आने वाले समय में सीटों की बढ़ती संभावना को देखते हुए संसद के दोनों सदनों के सदस्यों ने पीएम मोदी से नए संसद भवन का निर्माण करने का आग्रह किया था।
विपक्ष ने साधा निशाना
वहीं, विपक्ष ने नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि देश में लोकतंत्र नहीं है। विपक्ष की मौजूदगी के बिना नए संसद भवन का उद्घाटन संपन्न नहीं हो सकता।
पंडित नेहरू को सबसे पहले सौंपा गया सेंगोल
सेंगोल को सबसे पहले अंग्रेजों द्वारा सत्ता हस्तातंरण के प्रतीक के रूप में पंडित जवाहर लाल नेहरू को सौंपा गया था। नए भवन के इस उद्घाटन मौके पर संसद के दोनों ही सदनों के सदस्यों के साथ ही देश की प्रमुख हस्तियों को भी आमंत्रित किया गया है।









