रांची. मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट और क्लिनिकल स्टेब्लिशमेंट एक्ट समेत रिम्स की व्यवस्था में सुधार को लेकर आज चिकित्सकों के एक दल के साथ स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने अपने आवास पर बैठक की। इसमें आईएमए झारखंड व झासा के सदस्यों, रांची रिम्स के वरीय चिकित्सक भी शामिल हुए।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि चिकित्सकों की भावना का सम्मान और गलती की पुनरावृति नहीं होने के वायदे पर उन्होंने डॉक्टर अनीश को निलंबन मुक्त करने का आश्वासन दिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट और क्लिनिकल स्टेब्लिशमेंट एक्ट पर भी चर्चा हुई है। जल्द ही इसपर ठोस निर्णय सरकार द्वारा लिया जायेगा। बता दें कि कल रिम्स में रिम्स शासी परिषद की बैठक थी।
इस बैठक में पहुंचे रांची के सांसद और कांके विधायक द्वारा रिम्स की बदहाल व्यवस्था को लेकर सवाल उठाते हुए बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया था। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने रिम्स के विभिन्न वार्डों, ट्रामा सेंटर आदि का औचक निरीक्षण किया। इसमें कई खामियां सामने आई थी। इसको लेकर उन्होंने रिम्स के डॉक्टर अनीश को निलंबित करने का आदेश स्वास्थ्य मंत्री ने दिया था।
रांची के रिम्स अस्पताल में शासी परिषद की बैठक के पश्चात स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता द्वारा बिना शो कॉज के AMO को निलंबित करने को लेकर डॉक्टरों में नाराजगी देखी गई और इसे लेकर रिमसोनियन के समक्ष आज प्रदर्शन भी किया गया। साथ ही स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से मुलाकात करने और इस पर विचार करने पर भी सहमति बनी, जिसे लेकर डॉक्टर की टीम स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से आज मुलाकात की और अपनी बातें रखीं। रिम्स के डॉक्टर प्रभात के मुताबिक डॉक्टर अपनी ड्यूटी में थे और चादर तकिया या बेड गन्दा है, इसमें डॉक्टर की कोई जिम्मेदारी नहीं है। इसलिए इस मुद्दे पर एक बार फिर से स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर अपना पक्ष रखें।