शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में दो भारतीय सेना के जवान शहीद हो गए। इसके बाद शनिवार को बारामूला में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच एक और मुठभेड़ हुई, जिसमें एक आतंकवादी मारा गया। यह घटनाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कश्मीर दौरे से ठीक पहले हुई हैं, जिससे सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। सेना और पुलिस ने विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर बारामूला के चक टापर क्रेरी इलाके में तलाशी अभियान चलाया, जिसमें आतंकवादी छिपे हुए थे। सेना ने बताया कि आतंकवादियों के खिलाफ यह अभियान अभी भी जारी है। प्रधानमंत्री मोदी ने इन घटनाओं पर गहरा दुख व्यक्त किया है और सुरक्षा बलों को हर संभव कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
आतंकवादियों का उद्देश्य क्षेत्र में अस्थिरता फैलाना और चुनावी प्रक्रिया को बाधित करना है। जनता में इन घटनाओं को लेकर गुस्सा और चिंता है, लेकिन वे सुरक्षा बलों के साथ खड़े हैं। पिछले कुछ महीनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है, जिसमें कई जवान शहीद हुए हैं। सेना और पुलिस ने मिलकर आतंकवादियों के खिलाफ कई सफल अभियान चलाए हैं, लेकिन चुनौतियां अभी भी बनी हुई हैं। जनता का समर्थन और सुरक्षा बलों की तत्परता से उम्मीद है कि क्षेत्र में शांति और स्थिरता बहाल होगी।










