रामगढ़ जिले के मांडू प्रखंड अंतर्गत आरा सात नंबर सीसीएल कॉलोनी में देर शाम एक चौंकाने वाली घटना ने समुदाय को हिलाकर रख दिया। 20 वर्षीय रिया देवी, जिनका एक साल पहले धुरुप उरांव के साथ अंतरजातीय प्रेम विवाह हुआ था, ने अपने बेडरूम में पंखे से दुपट्टे के सहारे फांसी लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। घटना के समय धुरुप की मां उषा देवी घाटोटांड में मेडिकल कारणों से गई थीं, और पिता बहादुर उरांव, एक सीसीएल कर्मी, घर पर नहीं थे। उषा देवी ने घर लौटने पर रिया का कमरा बंद पाया और बार-बार आवाज देने पर कोई जवाब न मिलने पर पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा, जहां रिया का शव लटका मिला। यह दृश्य पूरे परिवार और आसपास के लोगों के लिए सदमे का कारण बन गया।

कुजू पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और कई संदिग्ध बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया। रिया के मोबाइल से सिम कार्ड गायब होना जांच का एक प्रमुख पहलू बन गया। धुरुप ने दावा किया कि रिया ने दोपहर में खुद सिम निकालकर तोड़ दिया था, लेकिन पुलिस इसे गंभीरता से जांच रही है। धुरुप, जिसका आपराधिक इतिहास रहा है और जो हाल ही में जेल से छूटा है, को हिरासत में लिया गया। वह नियमित रूप से रामगढ़ और कुजू थाने में हाजिरी देता है। रिया के मायके वालों को सूचना दी गई, लेकिन वे एक शादी समारोह में व्यस्त होने के कारण देर रात 10:30 बजे पहुंचे और बेटी का शव देखकर फूट-फूटकर रोने लगे। पुलिस ने रिया के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए रामगढ़ सदर अस्पताल भेज दिया, और इस मामले की गहन तफ्तीश जारी है।
रिया की मौत आत्महत्या है या इसके पीछे कोई सुनियोजित साजिश, यह सवाल पूरे क्षेत्र में चर्चा का केंद्र बन गया है। गायब सिम कार्ड, धुरुप का आपराधिक इतिहास, और दंपति के अंतरजातीय विवाह जैसे तथ्य इस मामले को और रहस्यमय बनाते हैं। यह घटना न केवल रिया के परिवार, बल्कि आरा कॉलोनी और कुजू के समुदाय के लिए एक गहरा आघात है। रिया के नवजात शिशु और पति के हालिया पितृत्व ने इस त्रासदी को और मार्मिक बना दिया। कुजू पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और अन्य साक्ष्यों के आधार पर सच्चाई का पता लगाने में जुटी है। इस मामले का खुलासा न केवल रिया के परिवार को न्याय दिलाएगा, बल्कि समाज में ऐसी घटनाओं के पीछे छिपे कारणों को भी उजागर कर सकता है।
-रिपोर्टर: कुमार मिश्रा